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अपने प्रसाद के लिए मशहूर तिरुपति मंदिर में अब से लड्डुओं और प्रसाद में नंदिनी घी का स्वाद नहीं मिलेगा

By अनुभा जैन | Updated: August 1, 2023 12:47 IST

एलबीपी भीमा नाइक ने कहा है कि तिरूपति देवस्थानम चाहता था कि हम इसे कम कीमत पर या उसी रेंज में आपूर्ति करें जो अन्य विक्रेता दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इसका असर हमारे किसानों पर पड़ सकता है और इससे किसानों को भारी नुकसान होगा। हमने अपने किसानों के हित में हमने आपूर्ति रोक दी।

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ठळक मुद्देमशहूर तिरूपति के मंदिर में लड्डुओं और प्रसाद के स्वाद में बदलाव होने जा रहा है। करीब 50 साल पुराने इस जुड़ाव में अब खत्म होता नजर आ रहा है। बता दें कि यह फैसला किसानों के हित में लिया गया है।

बेंगलुरु: प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर का स्वादिष्ट प्रसाद और लड्डू जो एक महत्वपूर्ण सामग्री यानी नंदिनी घी से तैयार किया जाता था, अब से नंदिनी घी का स्वाद अपने दर्शनार्थियों को नहीं चखा पाएगा। 

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम टीटीडी के साथ कर्नाटक मिल्क फेडरेशन केएमएफ का 50 साल पुराना जुड़ाव खत्म हो सकता है। केएमएफ लड्डू बनाने के लिए टीटीडी को 70 फीसदी तक घी मुहैया कराता था।

तिरुपति देवस्थानम ने क्या फैसला लिया

अन्य विक्रेताओं की तुलना में नंदिनी के घी खरीद मूल्य में 20 प्रतिशत अंतर को देखते हुए, तिरुपति देवस्थानम ने यह निर्णय लिया है और सबसे पसंदीदा ब्रांड नंदिनी से घी प्राप्त करने से इनकार कर दिया है जो 470/- रुपये प्रति किग्रा. की कीमत पर घी बेच रहा है। 

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी केएमएफ ने टेंडर बोली में प्रतिस्पर्धा हारने के बाद 2015 और 2019 में तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति रोक दी गई थी।

मामले में केएमएफ के अध्यक्ष ने क्या कहा है

केएमएफ के अध्यक्ष एलबीपी भीमा नाइक ने मीडिया को बताया कि हम 392 रुपये प्रति किलो की कीमत पर तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति कर रहे थे। लेकिन अब कीमत बढ़कर 470/- रूप्ये प्रति किग्रा. हो गयी है। 

बाजार में एक कि.ग्रा. घी के पैकेट की कीमत रु. 610 और एक बोतल की कीमत है रु. 620/- प्रति किग्रा. है। इसीलिए कीमतों में बढ़ोतरी के कारण हमने तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति रोक दी है। 

किसानों के हित में लिया गया है यह फैसला

मामले में बोलते हुए एलबीपी भीमा नाइक ने कहा है कि तिरुपति देवस्थानम चाहता था कि हम इसे कम कीमत पर या उसी रेंज में आपूर्ति करें जो अन्य विक्रेता दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इसका असर हमारे किसानों पर पड़ सकता है और इससे किसानों को भारी नुकसान होगा। हमने अपने किसानों के हित में हमने आपूर्ति रोक दी।

नाइक ने क्या दावा किया

नाइक ने दावा किया है कि  “अच्छी गुणवत्ता और किसी भी तरह के रसायनों से मुक्त ताजा नंदिनी उत्पाद के कारण, तिरुपति देवस्थानम ने 2019 से 2022 तक केएमएफ से 392 रूपये प्रति किलो के हिसाब से 345 टन घी खरीदा भले ही केएमएफ ने टेंडर खो दिया था।" 

उन्होंने आगे कहा है कि "फिर भी, हम तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति कर सकते हैं यदि तिरुपति देवस्थानम अधिकारी हमारी प्रस्तावित मूल्य सीमा पर घी खरीद करने के लिए तैयार हों।"

टॅग्स :कर्नाटकTirupatiTemple
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