पटियाला: पंजाब के कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू 10 महीने बाद शनिवार को जेल से बाहर आ गए हैं। सिद्धू को 34 साल पहले एक व्यक्ति की हत्या करने वाले रोड रेज मामले में एक साल की सजा सुनाई गई थी। वहीं पंजाब के पटियाला में जेल से बाहर आने के बाद सिद्धू सीधे काम पर लग गए। उन्होंने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, "लोकतंत्र जंजीरों में है।"
पटियाला जेल से बाहर आते ही सिद्धू ने कहा, पंजाब इस देश की ढाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र उस राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहता है जहां भाजपा की धुर प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी (आप) सत्ता में है। उन्होंने कहा, देश में अभी लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लाने की साजिश अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। पंजाब को कमजोर करने की कोशिश की तो कमजोर हो जाओगे।
अपनी रिहाई में देरी को लेकर सिद्धू ने कहा, मुझे दोपहर के आसपास रिहा किया जाना था लेकिन उन्होंने इसमें देरी की। वे चाहते थे कि मीडिया के लोग चले जाएं। इस देश में जब भी कोई तानाशाही आई है तो एक क्रांति भी आई है और इस बार उस क्रांति का नाम है राहुल गांधी। वह सरकार को हिला देंगे।