जयपुर, 30 दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ईमानदार एवं संजीदा प्रशासनिक अधिकारी का जनता भी साथ देती है और हर अधिकारी के सेवाकाल में कुछ मुश्किल और चुनौती भरे क्षण भी आते हैं, लेकिन अधिकारी कार्यकुशल, ईमानदार एवं संवेदनशील है तो सफलतापूर्वक इनका सामना कर पाता है और समाज में उसे भरपूर मान-सम्मान मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए अधिकारी सादगी के साथ आवश्यकताओं को सीमित रखते हुए संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह सुशासन के संकल्प को साकार करें। उन्होंने कहा कि जब भी कलम चलाएं तो आपकी दृष्टि में समाज के निर्धनतम और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति का हित सर्वोपरि होना चाहिए।
गहलोत बृहस्पतिवार को हरीशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान में राजस्थान राज्य सेवाओं के वर्ष 2021 बैच के आधारभूत प्रशिक्षण शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने नवचयनित अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे सकारात्मक सोच के साथ अपनी भावी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि लम्बे करियर में उन्हें कई बार आलोचना का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में बदले की भावना रखे बिना संयमित व्यवहार एवं शालीनता के साथ आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा कि एक अच्छा अधिकारी वह है, जो जात-पांत, धर्म, क्षेत्रीयता से ऊपर उठकर अपने कर्तव्यों का पालन करे।
उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जीवनी को अवश्य पढ़ें। इससे मिलने वाली सीख हमेशा आपका मार्गदर्शन करती रहेगी।
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