तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के आवास प्रगति भवन में रहने वाले एक पालतू कुत्ते की मौत के बाद इलाज करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस मुद्दे पर प्रदेश में राजनीतिक बहस शुरू हो गई है। बीजेपी का कहना है कि अगर सीएम को कुत्तों की तरह लोगों का भी इतना ही ख्याल होता तो इतने गरीब बच्चे डेंगू से नहीं मर रहे होते।
बुधवार को एनिमल केयर क्लीनिक में 11 महीने के हस्की नाम के कुत्ते की मौत हो गई। मौत की वजह उच्च तापमान और सांस लेने में तकलीफ दर्ज की गई। केयर टेकर की शिकायत पर बंजारा हिल्स पुलिस थाने में डॉ लक्ष्मी और डॉ रंजीत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। आरोप है कि डॉक्टरों द्वारा इंजेक्शन लगाए जाने के बाद ही कुत्ते की मौत हुई।
बंजारा हिल्स पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर बीडी नायडू ने बताया, 'हमने डॉक्टरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 429 और 11 के तहत मामला दर्ज किया है।'
भाजपा ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुत्ते की मौत पर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई केसीआर सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण तेलंगाना में डेंगू से हुई मौतों पर एक क्रूर मजाक है। भाजपा ने कहा कि अगर सीएम को लोगों का भी इतना ही खयाल होता तो इतने गरीब बच्चे डेंगू से नहीं मर रहे होते।