पटनाः बिहार के औरंगाबाद जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक कोचिंग संस्थान में पढ़ाने वाले शिक्षक ने छात्रा और गुरु की रिश्ता को तार-तार कर छात्रा के साथ बलात्कार जैसी घिनौनी घटना को अंजाम दिया है.
गुरु ने छात्रा के घर जाकर छठ का प्रसाद खाने के बहाने नाबालिग छात्रा को ही अपनी हवस का शिकार बना डाला. इस घटना के बाद पीड़िता खुद को आग लगा ली है. उसकी इलाज चल रही है. इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत की गई है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.
छात्रा का आरोप है कि शिक्षक ने उसे रविवार को भी अपने संस्थान में कई बार बुलाने का प्रयास किया. लेकिन छात्रा जब रविवार को नहीं जाती तो शिक्षक पिटाई भी करता था. पीड़िता ने बताया कि शिक्षक छठ पूजा का प्रसाद खाने के बहाने उसके घर आया और फिर अकेला पाकर उसने गलत काम किया.
पीड़िता ने बताया कि वह इस घटना को सहन नहीं कर पाई और उसने बीती रात किरोसिन डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया. जब परिजन पीड़िता को लेकर रेफरल अस्पताल हसपुरा पहुंचे तो उसके बाद यह मामला प्रकाश में आया.
आरोप यह भी है कि परिजन पुलिस को सूचना देते रहे, लेकिन 6 घन्टे बाद भी पुलिस फर्ज ब्यान लेने नहीं पहुंची. जिसके कारण अस्पताल के फर्श पर बिना इलाज के 6 घण्टों से अधिक छोड़ दिया गया. जब मीडिया घटना की कवरेज करने गई तो पुलिस भी हरकत में आई.
बताया जाता है कि आरोपी शिक्षक थाना क्षेत्र के खुटहन गांव निवासी रंजन कुमार है. वह पचरुखीया बाजार में ग्लोबल इंसिच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कम्प्यूटर का क्लास लेता था. जो कई बार संस्थान में ही अपनी हवश का शिकार बनाने की कोसिस की, लेकिन छात्रा समझ नही पाई.
इसके बाद छठ में प्रसाद का बहाना बनाकर आरोपी शिक्षक ने छात्रा के घर जाकर उसके साथ हवस का शिकार बनाने का खौफनाक खेल खेला. हालांकि लडकी डर की वजह से मामले को छिपाने की कोशिश करती रही. लेकिन इस घटना को सहन नहीं कर सकी और अंततः छात्रा ने अपने शरीर पर किरासन तेल छिड़ककर आग लगा ली.