गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2025 में कम अंक आने से दुखी होकर 12वीं की एक छात्रा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षा जेईई मेन्स के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए। 18 वर्षीय छात्रा गोरखपुर के एक निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ती थी और कथित तौर पर अपने कम अंक आने से हताश थी। निराशा से उबर न पाने के कारण उसने बुधवार दोपहर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
कक्षा 12 की छात्रा ने अपने माता-पिता से माफ़ी मांगते हुए एक नोट छोड़ा। उसने लिखा: "सॉरी मम्मी-पापा। कृपया मुझे माफ़ कर दो। मैं नहीं कर सकी। हमारा साथ का सफ़र यहीं खत्म होता है। रोना मत। तुम दोनों ने मुझे बहुत प्यार दिया। मैं तुम्हारे सपने पूरे नहीं कर सकी।"
किशोरी दो दिन पहले ही घर से लौटी थी। बुधवार की सुबह उसने अपने पिता से बात की और अपना मोबाइल फ़ोन भी रिचार्ज करवाया। बातचीत के दौरान उसने अपने पिता से कहा कि वे उसके परीक्षा परिणाम के बारे में किसी को न बताएं। उसके पिता ने याद किया कि उन्होंने उसे आश्वस्त किया था और अगले प्रयास के लिए तैयार रहने के लिए प्रोत्साहित किया था। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनकी बेटी इतना बड़ा कदम उठाएगी।
बुधवार को किशोरी काफी देर तक अपने कमरे में बंद रही। काफी देर तक जब किशोरी ने अपना कमरा नहीं खोला तो उसके साथी छात्रों ने हॉस्टल वार्डन को सूचना दी। पुलिस की मदद से आखिरकार दरवाजा खोला गया, जहां 18 वर्षीय छात्रा सफेद दुपट्टे से बने फंदे से लटकी हुई मिली। कमरे से सुसाइड नोट भी मिला। पुलिस ने छात्रा की मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने पुष्टि की कि अधिकारियों ने शव को कब्जे में ले लिया है और कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर रहे हैं।