नई दिल्लीः शुभांशु शुक्ला, पैगी व्हिटसन, स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीवस्की और टिबोर कापू 20 दिन की अंतरिक्ष यात्रा के बाद ड्रैगन अंतरिक्ष यान से बाहर निकल गए हैं। सबसे पहले व्हिटसन अंतरिक्ष यान से बाहर निकलीं। कुछ मिनट बाद शुक्ला भी मुस्कुराते हुए बाहर निकले। पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कापू भी ड्रैगन अंतरिक्ष यान से बाहर निकले। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और वाणिज्यिक ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के उनके तीन अन्य साथी मंगलवार को पृथ्वी पर लौट आए। ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान दक्षिणी कैलिफोर्निया में सैन डिएगो के नजदीक समुद्र में उतरा।
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी पर लौटने से पहले 22.5 घंटे की यात्रा की। शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिटसन तथा मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कापू को लेकर अंतरिक्ष यान सोमवार को भारतीय समयानुसार शाम 4:45 बजे अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया था।
स्पेसएक्स ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ड्रैगन के उतरने की पुष्टि हो गई है - पृथ्वी पर आपका स्वागत है, @एस्ट्रोपेगी, शुक्स, @एस्ट्रो_स्लावोज़ और टिबी।’’ मिशन परिवाहक ‘स्पेसएक्स’ की तीव्र गति वाली नौकाओं को अंतरिक्ष यान की ओर बढ़ते देखा गया ताकि उसे ‘रिकवरी शिप शैनन’ तक लाया जा सके, जहां अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर लाया जाएगा।
एक्सिओम-4 के चालक दल को जहाज पर ही कई चिकित्सीय जांचों से गुजरना होगा। उसके बाद उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए वापस तट पर भेजा जाएगा। चारों अंतरिक्ष यात्रियों के फिर से धरती के वातावरण में गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के प्रति अनुकूलन के लिए सात दिन पुनर्वास कार्यक्रम में रहने उम्मीद है क्योंकि पृथ्वी की कक्षा में वे भारहीनता की स्थिति में थे।