समाजवादी पार्टी के विधायक दल की बैठक आज हुई है। इस बैठक में शिवपाल सिंह यादव को नहीं बुलाया गया था। इस बात से वे बहुत नाराज हैं। इस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यही कारण है कि वे इस बैठक में शामिल नहीं हुई है क्योंकि उन्हें बुलाया ही नहीं गया था। शिवपाल यादव ने आगे कहा वे अपने घर पर ही थे और निमंत्रण का इंजतार कर रहे थे, लेकिन नहीं बुलाने के कारण अब वे इटावा जा रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि सभी विधायकों को पार्टी कार्यालय से फोन किया गया था लेकिन उन्हें कोई फोन नहीं आया था। हालांकि इस पर अभी तक पार्टी के तरफ से कोई बयान नहीं आया है कि उन्हें इस बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया था।
मैं समाजवादी पार्टी का विधायक हूं, फिर भी नहीं बोलाया गया- शिवपाल यादव
शिवपाल सिंह यादव ने आगे कहा कि वे इस बैठक का पिछले दो दिनों से इंजतार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वे इसके लिए अपने सभी प्रोग्राम को भी रद्द कर दिया था। शिवपाल यादव को बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया इस बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे समाजवादी पार्टी के विधायक हैं, फिर भी उन्हें नहीं बोलाया गया इसका जवाब पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ही दे पाएगा। उन्होंने अपने अगले कदम के बारे में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है।
अखिलेश यादव चुने गए विधायक दल के नेता
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को शनिवार को यहां हुई पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से सपा के विधायक दल का नेता चुना गया। पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक के बाद सपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पत्रकारों को बताया कि अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव का उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष का नेता बनना तय है।
मैनपुर की करहल विधानसभा सीट से जीतने वाले अखिलेश ने हाल ही में आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया था और अपनी पार्टी की हार को स्वीकार करते हुए योगी आदित्यनाथ को सदन में चुनौती देने का निर्णय लिया था। उत्तम ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में पार्टी राज्य विधानसभा में लोगों के बुनियादी मुद्दों को जबरदस्त तरीके से उठाएगी और सरकार के सभी फर्जी दावों और गलत कार्यो का विरोध करेगी।