लाइव न्यूज़ :

'हमारे मीडिया में भी एक वर्ग खड़ा हो गया है जो विदेशी दुष्प्रचार का एक हिस्सा बनता जा रहा है', लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में बोले वरिष्ठ पत्रकार एस.एन. विनोद

By शिवेंद्र कुमार राय | Updated: April 2, 2023 19:28 IST

'क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?' लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में इस विषय पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं लोकमत समाचार के प्रथम संपादक एस. एन. विनोद ने कहा कि मीडिया का ध्रुवीकरण होने की बात सही है लेकिन हम सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आज भारत की स्थिति कृषि, चिकित्सा, उद्योग या विज्ञान हर क्षेत्र में मजबूत हो रही है।

Open in App
ठळक मुद्देभारत को विदेशी मीडिया द्वारा निशाने पर लिया जा रहा है - एस.एन. विनोद आज के राजनेताओं में असहमति के स्वर सुनने का माद्दा नहीं रह गया है - एस.एन. विनोद मीडिया का ध्रुवीकरण होने की बात सही है - एस.एन. विनोद

नागपुर: नागपुर के रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में आयोजित किए जा रहे लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में में इस बार का विषय था 'क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?' इस कार्यक्रम का आयोजन वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकमत के संस्थापक संपादक जवाहरलाल दर्डा की जन्मशताब्दी एवं लोकमत नागपुर संस्करण के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में 2 अप्रैल को किया गया।

लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं लोकमत समाचार के प्रथम संपादक एस. एन. विनोद ने कहा कि मीडिया का ध्रुवीकरण होने की बात सही है लेकिन हम सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आज भारत की स्थिति कृषि, चिकित्सा, उद्योग या विज्ञान हर क्षेत्र में मजबूत हो रही है। भारत हर क्षेत्र में विकास कर रहा है और इससे दुनिया के बहुत सारे देश विचलित हैं।

एस. एन. विनोद ने आगे कहा, "भारत को विदेशी मीडिया द्वारा निशाने पर लिया जा रहा है। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अतंरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। इसमें सच्चाई है। आज मीडिया को गोदी मीडिया, दंडवत मीडिया और कई अन्य विशेषणों से नवाजा जाता है। इसके पीछे भी यही दुर्भावना है। आज हम स्वतंत्र रूप से अपनी बात कह पा रहे हैं और इस चर्चा में बैठे हैं तो इसमें मीडिया का भी योगदान है क्योकि आजादी की लड़ाई में हमारा भी योगदान था। लेकिन हमारे मीडिया में भी एक वर्ग खड़ा हो गया है जो शायद अनजाने में ही सही लेकिन विदेशी दुष्प्रचार का एक हिस्सा बनता जा रहा है। ये भी सच है कि आज के राजनेताओं में असहमति के स्वर सुनने का माद्दा नहीं रह गया है।"

 लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में में कई अन्य वरिष्ठ पत्रकारों ने भी हिस्सा लिया। इस कॉन्क्लेव में एएनआई यानी एशियन न्यूज इंटरनेशनल की संपादक स्मिता प्रकाश, टाइम्स नेटवर्क की समूह संपादक नाविका कुमार, लोकमत मीडिया ग्रुप के समूह संपादक विजय बाविस्कर, न्यूज 18 इंडिया के प्रबंध संपादक अमीष देवगण, एबीपी के राष्ट्रीय संपादक विकास भदौरिया, न्यूज 18 लोकमत के संपादक आशुतोष पाटिल, पंजाब केसरी और नवोदया टाइम्स के कार्यकारी संपादक अकू श्रीवास्तव, राज्य सूचना आयुक्त राहुल पांडे, वरिष्ठ पत्रकार एवं लोकमत समाचार के प्रथम संपादक एस. एन. विनोद, हिंदुस्तान टाइम्स के सहयोगी संपादक प्रदीप मैत्र, एबीपी माझा की उप-कार्यकारी संपादक सरिता कौशिक शामिल रहे। 

बता दें कि लोकमत मीडिया समूह की ओर से खासतौर पर पत्रकारों के लिए आयोजित किया गया यह पहला नेशनल कॉन्क्लेव है। इस कॉन्क्लेव के जरिए पत्रकारों को एक महत्वपूर्ण विषय पर राष्ट्रीय स्तर के नामी पत्रकारों के विचार सुनने का मौका मिला।

टॅग्स :लोकमत नेशनल कॉन्क्लेवलोकमत नागपुरलोकमत हिंदी समाचार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतसच्चा सुख परिश्रम की कोख से ही जन्मता है

भारतजीवन की लंबाई और गुणवत्ता का सवाल, सृजन की चाह न हो तो जीवन का लक्ष्य अधूरा रह जाएगा

भारतSur Jyotsna National Music Award 2025: विजय दर्डा ने संगीत को बताया पूरी तरह से विज्ञान

भारतSur Jyotsna National Music Award 2025: 'जीवन में अगर रस नहीं तो जीवन निरर्थक है...', सुर ज्योत्सना अवॉर्ड में बोलीं सोनल मानसिंह

भारतBook 'THE CHURN' Launch Event: डॉ. विजय दर्डा की किताब 'द चर्न' का हुआ विमोचन, जानें किताब के बारे में क्या बोले विजय दर्डा

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई