कोलकाता:पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा (Z Plus Security) प्रदान की गई है। जानकारी के अनुसार, राज्यपाल सीवी आनंद बोस को किसी तरह का खतरा है, ऐसे में उन्हें यह सुरक्षा दी गई है।
आपको बता दें कि पिछले साल 23 नवंबर को सीवी आनंद बोस ने राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। यही नहीं मीडिया रिपोर्ट का यह भी दावा है कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा वाली जांच कमेटी का हिस्सा भी थे।
क्या है पूरा मामला
खबरों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर गृह मंत्रालय (MHA) ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा बढ़ाई गई है और उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा दी गई है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस को किस तरह का खतरा है और उन्हें क्या कोई धमकी मिली है। ऐसे में अब सीवी आनंद बोस केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के कमांडो उनकी सुरक्षा करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीवी आनंद बोस के राज्यपाल बनने से पहले वे पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुए हिंसा की जांच कमेटी में शामिल थे। ऐसे में उनकी सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
कौन है राज्यपाल सीवी आनंद बोस
राज्यपाल सीवी आनंद बोस 1977 बैच के केरल कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी है। वे सिविल सर्विसेज ज्वाइन करने के बाद कलेक्टर बने थे और केरल में क्विलोन जिले (अब कोल्लम) के कलेक्टर भी रह चुके है।
यही नहीं वे 2011 में रिटायर होने से पहले नेशनल म्यूजियम में एक प्रशासक के तौर पर भी काम किया है। वे केंद्र और राज्य दोनों के लिए काम किया है। इसके अलावा वे राज्य के मुख्यमंत्री के सचिव और कृषि मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद भी काम किया है और अपनी सेवाएं दी है।