सत्यपाल मलिक रविवार (3 नवंबर) गोवा के राज्यपाल बन गए हैं। गोवा के राजभवन में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने उन्हें राज्यपाल पद की शपथ दिलाई। मुख्य न्यायमूर्ति प्रदीप नंगराजोद ने सत्यपाल मलिक को शपथ दिलाई।
इससे पहले सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के तौर पर काम करते रहे हैं। जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने और राज्य से संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने का नरेंद्र मोदी सरकार का फैसला उन्हीं के कार्यकाल के अंतर्गत पिछले पांच अगस्त को हुआ था।
जम्मू-कश्मीर में कार्यकाल के दौरान सत्यपाल मलिक हमेशा लाइम लाइट में रहे। हालांकि, कुछ एक बार अपने विवादित बयानों के चलते भी उन्होंने लोगों का ध्यान खींचा। जम्मू-कश्मीर अपेक्षित दायित्व निभाने का फल उन्हें गोवा के राज्यपाल बनाए जाने के रूप में मिला।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल मलिक ने गोवा में मृदुला सिन्हा का स्थान लिया। सिन्हा राज्यपाल के रूप में औपचारिक रूप से शुक्रवार को सेवानिवृत्त हुईं। मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं।
सत्यपाल मलिक के लिए पिछले हफ्ते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्थानांतरण का आदेश जारी किया था। सत्यपाल मलिक, देश और समाज, राजनीति समेत तमाम मुद्दों पर भी अपनी राय बेधड़क होकर रखते हैं। उन पर ऐसे भी आरोप लगते रहे हैं कि वह नरेंद्र मोदी सरकार के इशारों पर काम करते रहे हैं।