मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे को भारतीय जनता पार्टी का लाउडस्पीकर बताते हुए कहा कि वो केंद्रीय जांच एजेंसियों से शिकंजे से बचने के लिए कॉमन सिविल कोड की वकालत कर रहे हैं और जनसंख्या नियंत्रण की बात कर रहे हैं।
इसके साथ ही संजय राउत ने यह भी कहा कि शिवसेना के रगों में हिंदुत्व दौड़ता है। वहीं राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि इनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना राज्य में सीधे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से लड़ने की हिम्मत नहीं रखती है।
राज ठाकरे द्वारा उद्धव सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई तक दिये अल्टीमेटम के बारे में बात करते हुए राउत ने कहा, "केवल दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाला साहेब के पास सरकार को अल्टीमेटम देने की क्षमता और शक्ति थी।"
इसके साथ ही राउत ने कहा, "राज ठाकरे सेंट्रल एजेसियों से डरकर भाजपा के लाउडस्पीकर बने हुए हैं और यह लाउडस्पीकर डर और हताशा से चिख रहा है लेकिन जनता इसे बंद कर देगी।"
शिवसेना सांसद संजय राउत के अलावा महाराष्ट्र सरकार में प्रमुख घटक दल की भूमिका निभा रही एनसीपी के सदस्यों ने भी राज ठाकरे पर भाजपा के साथ मिले होने का आरोप लगाया है।
महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने राज ठाकरे पर आरोप लगाया है कि वो भाजपा के इशारे पर एनसीपी और इसके अध्यक्ष शरद पवार पर हमला कर रहे हैं।
पाटिल ने रायगढ़ के मानगांव में पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा पर आरोपी लगाया कि वह एनसीपी प्रमुख पर इसलिए हमलावर है क्योंकि उन्होंने शिवसेना और कांग्रेस को एक साथ लाकर राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार का गठन किया है।
पाटिल ने दावा किया, "इस सरकार के बनने के बाद से भाजपा हमेशा शरद पवार पर हमला कर रही है और पवार की आलोचना के लिए भाजपा ने अलग-अलग लोगों को काम पर लगा रखा है। राज ठाकरे भी उसी जिम्मेदारी के तहत भाजपा के इशारे पर यह सब कर रहे हैं।"