मुंबई: एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायकों को उप सभापति द्वारा 11 जुलाई तक जारी किए गए अयोग्यता नोटिस का जवाब दाखिल करने की अनुमति देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान सामने आया है। राउत ने कहा कि उनके लिए 11 जुलाई तक वहां (गुवाहाटी में) आराम करने का आदेश है। महाराष्ट्र में उनके लिए कोई काम नहीं है।
बता दें कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के खिलाफ शुरू हुई बगावत को एक हफ्ते हो रहा है। उनका 38 से ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा है। दोनों ही पक्ष अपने रुख पर अड़े हुए हैं और लंबी लड़ाई के लिये तैयार दिख रहे हैं। शिंदे और शिवसेना के विधायकों का बड़ा हिस्सा 22 जून से असम की राजधानी गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए है।
शिंदे के नेतृत्व वाला विद्रोही समूह मांग कर रहा है कि शिवसेना को महा विकास आघाड़ी गठबंधन (एमवीए) से हट जाना चाहिए, लेकिन शिवसेना सुप्रीमो और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हार मानने से इनकार कर दिया है और पार्टी ने अब असंतुष्टों से कहा है कि वे इस्तीफा दें और फिर से चुनाव लड़ें। एमवीए में कांग्रेस और राकांपा भी शामिल हैं।