अमेठी जिले के गौरीगंज स्थित बाबूगंज सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने अपनी जान को खतरा बताते हुए रविवार को आशंका जतायी कि किसी भी समय उनकी हत्या हो सकती है। वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि उन्हें सुरक्षा दिए जाने और हटाए जाने के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।
मौनी महाराज ने आरोप लगाया है कि उनको मिले गनर और उनके आश्रम को मिली सरकारी सुरक्षा हटा ली गयी है। ऐसा करने से पहले उन्हें बताया भी नहीं गया। उन्होंने कहा कि वह राम मंदिर आंदोलन से भी जुड़े हैं। लखनऊ में पिछले दिनों हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या हो चुकी है। फिर भी शासन-प्रशासन ने उनकी और आश्रम की सुरक्षा हटा ली। मौनी महाराज ने कहा कि उनके आश्रम में पहले भी संतों की हत्या हो चुकी है।
अगर उनके साथ कोई घटना होती है तो उसके लिए जिला प्रशासन के साथ ही प्रदेश तथा केन्द्र सरकार जिम्मेदार होगी। इस बीच, अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा ने कहा कि अमेठी जिले से मौनी महराज को न तो कोई सुरक्षा दी गयी थी और न ही हटायी गयी है।
उनको सुरक्षा किसी और जिले से मिली थी। उसी ने वापस ली होगी। उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मौनी महाराज का कहना है कि आश्रम को मिली सुरक्षा अमेठी जिला प्रशासन ने दी थी जबकि उनका व्यक्तिगत गनर रायबरेली जिला प्रशासन से मिला था।