कोलकाता:पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच नए साल की शुरुआत में गंगासागर मेला का आयोजन होगा। कोरोना के खतरे को देखते हुए गंगासागर मेले में आने वाले तीर्थ यात्रियों को RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। मेले में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। इस मेले में करीब 30 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों की आने की संभावना है।
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गंगासागर मेले में विभिन्न राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य है। क्षेत्र में स्वच्छता और टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है। तीर्थयात्री और साधु टीका लगवा सकते हैं। 30 लाख तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।
इससे पहले मेले के आयोजन को लेकर सियासत देखने को मिली। कुंभ के समान ही पश्चिम बंगाल में लगने वाले गंगासागर मेले पर रोक लगाने से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ इनकार कर दिया है। हालांकि, उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से कोविड-19 प्रोटोकाल का पूर्ण रूप से पालन करने का अनुरोध किया है।
आपको बता दें कि बीजेपी नेता दिलीप घोष ने गंगा सागर मेला के आयोजन पर राज्य सरकार से पुनर्विचार कर इस पर रोक लगाने को कहा था, लेकिन सीएम ममता बनर्जी ने रोक लगाने इनकार कर दिया है। गंगासागर मेला पश्चिम बंगाल में आयोजित होने वाले सबसे बड़े मेलों में से एक है। इस मेले का आयोजन कोलकाता के निकट हुगली नदी के तट पर ठीक उस स्थान पर किया जाता है, जहाँ पर गंगा बंगाल की खाड़ी में मिलती है।