भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के पीछे अपने निजी कारणों का हवाला दिया है। पटेल ने इस्तीफा देने की वजह निजी कारणों को बताया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा मैं अपने व्यक्तिगत कारणों से अपने वर्तमान पद (आरबीआई गवर्नर) से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा 'भारतीय रिजर्व बैंक में काम करना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात रही है।
उन्होंने कहा काम करने के दौरान 'आरबीआई के अधिकारियों, प्रबंधन और स्टाफ का भरपूर सहयोग मिला। मैं आरबीआई बोर्ड के सभी निदेशकों और सहकर्मियों का शुक्रिया अदा करता हूं।'
गौरतलब है कि उर्जित पटेल इस कदम से आरबीआई की स्वायत्ता पर भी असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। पिछले कुछ दिनों से उर्जित पटेल और केंद्र सरकार के बीच काफी मतभेद चल रहा था। उर्जित पटेल रघुराम राजन की जगह भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर बनाये गये थे। उर्जित पटेल के कार्यकाल में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी।
मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना विधान सभा चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आने है। सोमवार को ही नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री और आरएलएसपी नेता उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्रिमंडल और बीजेपीनीत गठबंधन राजग से इस्तीफा दिया। इस तरह उर्जित पटेल का इस्तीफा मोदी सरकार के लिए एक दिन में दूसरा बड़ा झटका रहा।
नवंबर 2016 में पीएम मोदी द्वारा लागू नोटबंदी के बाद से ही इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि उर्जिट पटेल और मोदी सरकार के बीच सबकुछ सही नहीं है।