लाइव न्यूज़ :

'गाय के गोबर से बनी चिप फोन के रेडिएशन से करती है बचाव', कामधेनु आयोग के अध्यक्ष का दावा

By विनीत कुमार | Updated: October 13, 2020 11:36 IST

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया ने गाय के गोबर से रेडिएशन कम किए जाने का दावा किया है। साथ ही एक चिप को भी दिखाया गया और कहा गया कि इसे मोबाइल में लगाने से रेडिएशन का असर कम होता है।

Open in App
ठळक मुद्देगाय के गोबर से बना 'गौसत्व कवच', मोबाइल में लगाने से रेडिएशन का असर कम होता है, राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष का दावागाय का गोबर सभी को बचाएगा, ये एंटी-रेडिएशन है, इसे वैज्ञानिक तरीके से साबित किया गया है: कामधेनु आयोग अध्यक्ष

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (RKA) के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया ने कहा है कि गाय के गोबर में रेडिएशन के प्रभाव को कम करने की क्षमता है। उन्होंने ये भी दावा किया कि इसे वैज्ञानिक तौर पर साबित भी किया जा चुका है। 

गाय के गोबर के फायदे बताते हुए वल्लभभाई ने एक चिप को भी प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा कि ये चिप गाय के गोबर से बनी है और ये मोबाइल इस्तेमाल करते समय मानव को प्रभावित करने वाली रेडिएशन को कम करने में मदद करेगी।

कथीरिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, गाय का गोबर सभी को बचाएगा। ये एंटी-रेडिएशन है। इसे वैज्ञानिक तरीके से साबित किया गया है। गाय के गोबर से बनी चीजों को घर में रखने से रेडिएशन से लोगों को सुरक्षा मिलती है।

चिप को दिखाते हुए कहा गया, 'यह एक रेडिएशन चिप है। अगर इसे अपने मोबाइल में रखते हैं तो यह रेडिएशन को काफी कम कर देता है। अगर आप बीमारी से बचना चाहते हैं, तो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।' 

इस चिप को 'गौसत्व कवच' नाम दिया गया है। इसे गुजरात के राजकोट स्थित श्रीजी गौशाला द्वारा निर्मित किया गया है। बता दें कि RKA मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत आता है। इसे छह फरवरी, 2019 को इस आयोग को स्थापित किया गया था और इसका उद्देश्य 'गायों का संरक्षण और विकास' है। केंद्रीय बजट में इसकी घोषणा 2019-20 में की गई थी।

'अक्षय कुमार के खाया था गाय का गोबर'

कथीरिया ने आगे कहा, 'आपने कुछ दिन पहले सुना होगा कि एक्टर अक्षय कुमार, उन्होंने गाय का गोबर खाया है। आप भी इसे खा सकते हैं। ये एक दवा की तरह है। लेकिन हम अपना विज्ञान भूल गए हैं।'

उन्होंने साथ ही कहा, 'अब हमने एक शोध परियोजना शुरू की है। हम उन विषयों पर शोध करना चाहते हैं जिन्हें हम एक मिथक मानते हैं।'  गाय के गोबर से बने अन्य उत्पादों को प्रदर्शित करते हुए उन्होंने कहा, 'गाय का गोबर एंटी-रेडिएशन है, यह सभी की रक्षा करता है, अगर आप इस घर को लाते हैं तो आपका स्थान विकिरण मुक्त हो जाएगा ... यह सब विज्ञान द्वारा अनुमोदित किया गया है।'

50 से 100 रुपये में गाय के गोबर से बना चीप मिलेगा

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार कथिरिया ने कहा, '500 से अधिक गौशालाएं इस तरह के एंटी-रेडिएशन चिप का निर्माण कर रही हैं। ये 50 से 100 रुपये में उपलब्ध हैं। एक व्यक्ति ऐसे चिप को अमेरिका में निर्यात कर रहा है, जहां इसे लगभग 10 डॉलर में में बेचा जाता है।'

यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार ने गोबर के चिप्स के विकास के लिए फंड उपलब्ध कराया है, काथिरिया ने कहा, 'हमारी कोशिश गाय के गोबर की विकिरण-रोधी गुणों को लोकप्रिय बनाना है...यह मोबाइल फोन के विकिरण से बचाता है।' 

यह पूछे जाने पर कि क्या चिप किसी सरकारी प्रयोगशाला द्वारा प्रमाणित हैं, कथीरिया ने कहा, 'ये प्रमाणित नहीं हैं लेकिन इनका परीक्षण हुआ है। इसका किसी भी प्रयोगशाला में परीक्षण किया जा सकता है, कॉलेज में भी।'

Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

क्रिकेटस्मृति मंधाना ने शादी टलने पर तोड़ी चुप्पी, उनके हाथों में नहीं दिखी सगाई की अंगूठी

क्रिकेटक्या IPL 2026 में रियान पराग करेंगे राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी? असम के क्रिकेटर ने तोड़ी चुप्पी

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारत अधिक खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील