जयपुर, 25 मार्च राजस्थान के करौली जिले में एक युवक की मौत से नाराज ग्रामीण पुलिस पर उसकी मौत का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों की मांग है कि आश्रितों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।
मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दिए जाने की मांग की है।
घटना करौली जिले के लांगरा थाना क्षेत्र के श्यामपुर गांव की है। थानाधिकारी बालकिशन ने बताया कि मंगलवार शाम को मंडरेल थानाधिकारी मानसिंह मीणा गश्त पर थे। गश्ती दल ने बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने का प्रयास किया। चालक विजय सिंह गुर्जर ने वाहन तेज चला कर भागने की कोशिश की। इसी दौरान ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चालक विजय सिंह की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि परिवार वालों से इस संबंध में मामला दर्ज करवाने और शव को पोस्टमार्टम कराने को कहा गया, लेकिन उनकी मांग है कि मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाये।
उन्होंने बताया कि करीब 100-125 ग्रामीण शव के साथ श्यामपुर मोड़ धरने पर बैठे है।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के उचित कारणों का खुलासा हो सकेगा।
वही, विपक्षी दल भाजपा ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट किया कि पुलिसकर्मियों द्वारा युवक विजय सिंह गुर्जर की कथित पिटाई के बाद मौत का मामला सामने आया है। पुलिस से नाराज आक्रोशित ग्रामीण धरने पर बैठे हैं। राज्य सरकार विजय सिंह की मौत की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को सजा दिलवाएं तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलवाएं।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में इस घटना का जिक्र किया है। इसमें उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने व मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
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