नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय फ्रांस दौरे और इसके बाद यूएई के दौरे पर हैं। इस बीच, भारत में विपक्ष की बड़ी पार्टी कांग्रेस इस दौरे पर आलोचना कर रही है और पीएम मोदी पर तंज कस रही है।
शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट के जरिए नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए उनके फ्रांस दौरे पर नाराजगी जताई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर हिंसा पर तो पीएम चुप है लेकिन वह फ्रांस और यूएई का दौरा कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि राफेल डील ने पीएम मोदी को फ्रांस में बैस्टिल डे का टिकट दिला दिया है। राहुल ने मणिपुर में जारी हालात पर मोदी की प्रतिक्रिया की कमी पर भी सवाल उठाया।
कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में कहा, “मणिपुर जल गया। EU संसद में भारत के आंतरिक मामले पर चर्चा पीएम ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा! इस बीच, राफेल ने उन्हें बैस्टिल डे परेड का टिकट दिला दिया।"
मालूम हो कि राफेल पर राहुल गांधी की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब रक्षा मंत्रालय ने अपने नवनिर्मित विमान वाहक पर तैनाती के लिए अतिरिक्त 26 राफेल लड़ाकू जेट खरीदने की अपनी योजना की घोषणा की है।
इसके अलावा, मंत्रालय तीन और स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियां खरीदने का भी इरादा रखता है। इस सौदे का मूल्य अरबों यूरो के दायरे में होने का अनुमान है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, आज ही इस समझौते को लेकर पुष्टि की गई है और इससे भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा होगा।
बता दें कि राहुल गांधी से पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को भी इस मुद्दे को जोरो-शोरो से उठाया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा पर "पूर्ण मौन की शपथ" ले ली है।
उन्होंने पीएम मोदी के फ्रांस में रहकर दिल्ली बाढ़ के बारे में अपडेट लेने पर तंज करते हुए ट्वीट किया और कहा कि यह सुनकर अच्छा लगा कि प्रधानमंत्री ने दिल्ली में बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताई है और कहा कि उन्हें मणिपुर में भी दिलचस्पी दिखानी चाहिए, जो अभी भी जल रहा है।
दरअसल, 3 मई से जारी मणिपुर में हिंसा की आग अभी तक भड़क रही है और शांत होने के नाम नहीं ले रही है। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की ओर से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है जिसे लेकर कांग्रेस लगातार पीएम से जवाब मांग रही है।
राज्य में मैतई और कुकी समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है वहीं राज्य में आगजनी और हिंसा के मामलों के कारण लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं।