नई दिल्ली: संसद के मौजूदा मानसून सत्र में इस सप्ताह का गुरुवार (10 अगस्त) अहम है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से बहस में हिस्सा लेंगे। संसद की सदस्यता बहाल होने के बाद कांग्रेस नेता उसी दिन बोलेंगे जिस दिन (10 अगस्त को) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन को जवाब देने वाले हैं। उन अटकलों और कई रिपोर्टों के बाद जिसमें गांधी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष की बहस का नेतृत्व करने का सुझाव दिया गया था।
वहीं मंगलवार को विपक्ष की ओर से गोगोई की बहस शुरू होने पर लोकसभा में सत्ता पक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने खुलासा किया कि स्पीकर के कार्यालय को सुबह एक पत्र मिला, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव पर गौरव गोगोई की जगह राहुल गांधी को स्पीकर बनाए जाने का संकेत दिया गया है। जब असम के सांसद गौरव गोगोई ने प्रस्ताव पर अपनी टिप्पणी शुरू की, तो जोशी ने टिप्पणी की, "क्या हुआ? हम उन्हें सुनने में रुचि रखते हैं।"
इस बीच, लोकसभा सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को भी लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर 3 से 4 घंटे की बहस होगी, जिसका समापन प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ होगा। नतीजतन, पीएम मोदी के गुरुवार को दोपहर 3-4 बजे के आसपास अपना बयान देने की उम्मीद है। बता दें कि मानसून सत्र की शुरूआत से ही विपक्ष मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री का जवाब मांग रहा है।