भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता पर बोले राहुल गांधी, 'सबको साथ लाने का करेंगे प्रयास'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 8, 2022 05:05 PM2022-04-08T17:05:19+5:302022-04-08T17:16:37+5:30
लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में अपनी पार्टी का विलय करने वाले वयोवृद्ध नेता शरद यादव से मुलाकात करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुकाबला करने के लिए सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए।
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के बारे में बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि वो समान विचारधारा वाले सभी दलों को साथ लाने का प्रयास करेंगे।
हाल ही में लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में अपनी पार्टी का विलय करने वाले वयोवृद्ध नेता शरद यादव से मुलाकात करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुकाबला करने के लिए सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को किस तरह से एक मच पर लाया जाए और इसकी क्या रूपरेखा क्या होनी चाहिए, इस पर सभी दलों के साथ बहुत ही गहनता से चर्चा चल रही है।
मुलाकात के बाद राहुल गांधी के साथ मीडिया से बात करते हुए राजद के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि राहुल गांधी जल्द ही कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का पद दोबारा ग्रहण करेंगे।
राहुल गांधी के साथ बैठक करने के बाद बेहद खुश नजर आ रहे शरद यादव ने कहा कि उन्हें वह देश की चिंता है। यादव ने कहा कि आज के समय में उनके लिए काम करने की जरूरत है, जो समाज का कमजोर वर्ग है और आज भी पिछड़पन की जिंदगी बिता रहा है।
शरद यादव से जब यह पूछा गया कि क्या राहुल गांधी को दोबारा से कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए, इसके जवाब में शरद यादव ने कहा, "एकदम, आखिर क्यों नहीं? राहुल गांधी पार्टी के लिए दिनरात मेहनत कर रहे हैं, उसे आगे ले जाने के लिए लगन के साथ काम कर रहे हैं तो मुझे लगता है कि इन्हें कांग्रेस का अध्यक्ष बनना ही चाहिए।"
वहीं शरद यादव के बाद राहुल गांधी से इस बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने सीधे कुछ कहने की बजाय कहा, "हम इस बारे में सोचेंगे।" साझा प्रेस कांफ्रेंस में शरद यादव को अपने राजनीतिक गुरु बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि देश बेहद खराब स्थिति में है क्योंकि आज के समय देश में नफरत फैलाई जा रही है और देश को टुकड़ों में बांटने का प्रयास किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा, "हम सभी को इस चुनौती को स्वीकार करना पड़ेगा और देश को एकबार फिर एकजुट बनाते हुए प्यार-मोहब्बत और भाईचारे के रास्ते पर लाना होगा।"
शरद यादव के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "यह लंबे समय तक अस्वस्थ रहे, मुझे खुशी है कि यह अब पूरी तरह से फिट हैं और सांप्रदायिकत ताकतों के खिलाफ एर बार फिर लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इन्होंने राजनीति में मुझे बहुत कुछ सिखाया है और ये मेरे राजनीतिक गुरु हैं।"
देश के मौजूदा राजनीकि हालात पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "जनता सोचती है कि अर्थव्यवस्था समाज की स्थिति से अलग है। लेकिन जिस देश में शांति-सद्भाव नहीं होगा, प्रेम और भाईचारा नहीं होगा, वहां नफरत भी बढ़ेगी और महंगाई भी।"