नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वायनाड से लोकसभा के सांसद राहुल गांधी गुरुवार को लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली से रवानगी कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार राहुल गांधी गुरुवार और शुक्रवार को दो दिवसीय लद्दाख दौरे पर रहेंगे। इससे पहले राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और जम्मू का दो बार दौरा किया था, लेकिन उस दौरान वो लद्दाख नहीं जा सके थे। हालांकि, लद्दाख यात्रा में राहुल गांधी की योजना पर पार्टी की ओर से कोई खास जानकारी नहीं दी गई है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार इससे पहले जनवरी में राहुल गांधी ने अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान जम्मू और श्रीनगर का दौरा किया था, उसके बाद फरवरी में भी वो एक बार फिर निजी यात्रा पर जम्मू-कश्मीर गए थे, दोनों यात्राओं में राहुल लद्दाख नहीं जा सके थे।
खबरों के अनुसार लद्दाख यात्रा के अलावा राहुल गांधी सितंबर के दूसरे सप्ताह में यूरोप दौरे पर भी जा सकते हैं, जिसमें बेल्जियम, नॉर्वे और फ्रांस जैसे देश शामिल हो सकते हैं।
बताया जा रहा है यूरोप दौरे के वक्त वह यूरोपीय संघ के सांसदों, भारतीय प्रवासियों और विश्वविद्यालय के छात्रों से मुलाकात करेंगे।राहुल गांधी की यह विदेश यात्रा उनके 10 दिवसीय अमेरिकी दौरे के बाद होगी, जो इस साल मई में शुरू हुई थी।
कांग्रेस नेता ने अपने पिछले दौरे के दौरान सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क नामक तीन शहरों की यात्रा की थी, जहां उन्होंने भारतीय प्रवासियों, उद्यम पूंजीपतियों और कानून निर्माताओं के साथ अन्य लोगों के साथ बातचीत की थी।
मालूम हो कि इस साल की शुरुआत में लंदन में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए गए अपने भाषण के बाद से ही राहुल गांधी की विदेश यात्राओं की आलोचना हो रही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और उस पर हमला हो रहा है।
ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिये भाषण में राहुल गांधी ने कहा था, "हर कोई जानता है और यह काफी खबरों में रहा है कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और उस पर हमला हो रहा है। मैं भारत में विपक्ष का नेता हूं। हम उस जगह पर काम कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा था, "लोकतंत्र के लिए जो संस्थागत ढांचा आवश्यक है, मसलन संसद, स्वतंत्र प्रेस और न्यायपालिका की स्वतंत्रता बाधित हो रही है। इसलिए हम भारतीय लोकतंत्र की बुनियादी संरचना पर हमले का सामना कर रहे हैं।”