केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को यह साबित करने की शनिवार को चुनौती दी कि संशोधित नागरिकता कानून किसी भी भारतीय मुस्लिम की नागरिकता छीन लेगा।
साथ ही उन्होंने गांधी को यह कानून पूरा पढ़ने की सलाह भी दी। सीएए का विरोध कर रहे लोगों को “दलित विरोधी’” करार देते हुए शाह ने कहा कि नये कानून में ऐसी कोई धारा नहीं है जिसके तहत मुस्लिमों की नागरिकता ले ली जाएगी। साथ ही उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर भ्रम उत्पन्न करने की कोशिश का आरोप लगाया।
शाह ने कहा, “मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं...सीएए पूरी तरह पढ़ें, अगर आपको कुछ भी ऐसा मिले जो भारतीय मुस्लिमों की नागरिकता लेता हो...हमारे संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी आपके साथ चर्चा करने के लिए तैयार हैं।”
भाजपा के राष्ट्रव्यापी ‘जन जागरण अभियान’ के तहत सीएए पर यहां जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर देश को धर्म के आधार पर बांटने का आरोप लगाया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जद(एस), बसपा और सपा पर सीएए को लेकर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और कई अन्य भाजपा नेता रैली में शामिल हुए।
भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जो सीएए का विरोध कर रहे हैं वे दलित विरोधी हैं। विपक्ष केवल अफवाह फैला रहा है। कांग्रेस ने देश को धर्म के आधार पर बांटा है। कर्नाटक के हुबली में शाह ने कहा कि अफगानिस्तान में भगवान बुद्ध की मूर्ति पर गोले दागकर तोड़ दिया गया। प्रताड़ित भाई भारत में आए। आज हम सीएए लेकर आए हैं। हमने उन भाइयों-बहनों को सम्मान दिया है। राहुल बाबा के नाना जी जो गलती करके गए थे नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर उसे सुधारने के काम किया है।
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी भी कहते हैं कि 370 नहीं हटना चाहिए, इमरान खान भी कहते हैं नहीं हटना चाहिए। दोनों कहते हैं कि सीएए नहीं आना चाहिए। मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस और पाकिस्तान के बीच रिश्ता क्या है। अमित शाह ने कहा कि जो सीएए के खिलाफ हैं, वो दलित विरोधी हैं। कांग्रेस और राहुल गांधी भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, सीएए में ऐसी कोई धारा नहीं है जो मुसलमानों की नागरिकता लेने की बात करती हो।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जो लोग भारत में आये हैं उनमें से अधिकांश दलित हैं। कोई पाकिस्तान से आया है और कोई बांग्लादेश से। जो लोग अपने जीवन यापन की लड़ाई लड़ रहे हैं, ऐसे लोगों को मोदी जी ने नागरिकता देकर मुख्यधारा में लाने का काम किया है।
सीएए से पहले भारत आए शरणार्थियों के बच्चों के स्कूल-कॉलेजों में दाखिला नहीं होता था, वो भारत में अपना घर नहीं बना सकते थे, नरेन्द्र मोदी जी ने आपका रास्ता साफ किया है। अब आप भारत के नागरिक हैं और भारत के नागरिक के सभी अधिकार आपको प्राप्त हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले यहां प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने ‘अमित शाह वापस जाओ’ के नारे लगाए और हवा में काले रंग के गुब्बारे उड़ाए। पुलिस द्वारा प्रदर्शन की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने शाह के खिलाफ नारेबाजी की।
इन प्रदर्शनकारियों ने खुद को संविधान संरक्षण समिति का सदस्य बताते हुए संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ भी नारे लगाए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बाद में पुलिस ने इन लोगों को हिरासत में ले लिया। खबरों के अनुसार कुछ प्रदर्शनकारियों ने विरोध के तौर पर काले गुब्बारे भी हवा में उड़ाए। यह भाजपा के देशव्यापी जन जागरण अभियान का हिस्सा है।