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पुलवामा हमला: जानिए कौन है जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर? 26 साल से कर रखा है भारत के नाक में दम

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 16, 2019 17:19 IST

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 (फरवरी) को सीआरपीएफ के एक टुकड़ी पर आत्मघाती हमला हुआ। इस हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए। पुलवामा आतंकी का मास्टरमाइंडर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना खूंखार आतंकवादी मसूद अजहर को माना जा रहा है।   

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ठळक मुद्दे24 दिसम्बर,1999 में यात्रियों से भरी एयर इंडिया के एक विमान को चरमपंथियों ने हाईजैक कर लिया था। साल 2001 में विस्फोटक पदार्थों से भरी कार से जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में हमला किया।

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को 14 (फरवरी) को छुट्टी से लौट रहे सीआरपीएफ टुकड़ी पर आत्मघाती हमला हुआ। इस हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए। पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी करके आदिल अहमद डार नामक आतंकी को इस हमले का लिए जिम्मेदार बताया। पुलवामा आतंकी का मास्टरमाइंडर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना खूंखार आतंकवादी मसूद अजहर को माना जा रहा है।   

वहीं, भारत ने इस आतंकवादी को अंतरराष्ट्रीय आतंवादी घोषित करने को लेकर एक बार फिर चीन ने इनकार कर दिया। चीन ने इस हमले की निंदा तो जरूर की, लेकिन  उसने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराये जाने की भारत की अपील का समर्थन करने से एक बार फिर इनकार कर दिया। 

आइए जानते हैं कौन मसूद अजहर   मौलाना मसूद अजहर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। मसूद का जन्म पाकिस्तान के बाहावलपुर में 1968 को हुआ था। इसके कुल ग्यारह भाई-बहनों है। अजहर के पिता सरकारी स्कूल में एक शिक्षक थे और घर परिवार डेयरी का कारोबर करता था। मसूद अजहर की पढ़ाई कराची के ही जामिया उलूम अल इस्लामिला में हुई थी। अजहर  को सबसे पहले 1994 में श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था। 

24 दिसम्बर,1999 में यात्रियों से भरी एयर इंडिया के एक विमान को चरमपंथियों ने हाईजैक कर लिया था। इस विमान में कुल 180 सवारी थे। इस घटना को कंधार विमान कांड के नाम से जाना जाता है। उस दौरान  मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक ज़रगर और शेख अहमद उमर सईद जैसे आतंवादी भारतीय जेल में बंद थे। विमान हाईजैक के बाद चमपंथियों ने इन आतंकवादियों की रिहाई की मांग की। इन्हें छोड़ दिया गया। 

इसके बाद फरवरी 2000 में मौलाना मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन की स्थापना की। 2001 में भारतीय संसद पर हमला हुआ। इसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का ही हाथ था। हालांकि उसे पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन पुख्ता सबूत न होने की वजह से इस रिहा कर दिया गया। साल 2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या की गई। इस घटना के बाद अमेरिका ने मसूद अजहर को मांगा। साल 2003 में परवेज मुशर्रफ पर भी आत्मघाती हमला हुआ। इसके बाद उसे बैन कर दिया गया।

इन हमलों के पीछे भी मसूद अजहर का हाथ

- साल 2001 में विस्फोटक पदार्थों से भरी कार से जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में हमला किया। इस घटना में 38 लोगों की मौत हो गई थी.। - 2 जनवरी 2016 को  पंजाब के पठानकोट में पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ। इसके पीछे भी जैश-ए-मोहम्मद का हाथ बताया गया। इस मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गये जबकि 3 अन्य घायल सिपाहियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

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