नयी दिल्ली, 14 दिसंबर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि प्रौद्योगिकी किसी देश की स्थिति को मापने का पैमाना बन गयी है और लोकतंत्र इससे उपजने वाली कुछ विशिष्ट चुनौतियों का सामना करते हैं।
ग्लोबल टेक्नोलॉजी समिट 2021 में डिजिटल माध्यम से अपने संबोधन में जयशंकर ने कहा कि प्रौद्योगिकी के प्रमुख क्षेत्रों में दक्षता उस दुनिया में प्रभाव और शक्ति की अभिव्यक्ति बन गयी है जो अधिक वैश्वीकृत और प्रौद्योगिकी संचालित है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी हमेशा से दोधारी तलवार रही है। इसने प्रगति के नये द्वार खोले हैं, वैसे ही जैसे इसने अधिक कमजोरियों और खतरों को पैदा करने में मदद की है।’’
जयशंकर ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने राष्ट्रों के विश्वास को निर्धारित किया है, कुछ की संभावनाओं को ऊंचा किया है और ऐसा अक्सर दूसरों की कीमत पर किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक अधिक वैश्वीकृत और प्रौद्योगिकी संचालित दुनिया में प्रमुख क्षेत्रों में दक्षता अब शक्ति और प्रभाव की अभिव्यक्ति बन गयी है। आज प्रौद्योगिकी देश की स्थिति को मापने का पैमाना बन गयी है जैसा पहले नहीं था।
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