Droupadi Murmu Speech Highlights: आज संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र के दौरान द्रौपदी मुर्मू ने अपना अभिभाषण पेश किया। राष्ट्रपति ने अपनी सरकार के कार्यकाल पर बात करते हुए देश में क्या-क्या काम हुए उन पर प्रकाश डाला। गुरुवार को संसद में मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को तीसरा कार्यकाल हासिल करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि लोगों ने सरकार में अपना विश्वास व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने कहा, मैं 18वीं लोकसभा के सभी नव-निर्वाचित सदस्यों को बधाई देती हूं। आप सभी देश के मतदाताओं का विश्वास जीतकर यहां आए हैं। बहुत कम लोगों को देश और लोगों की सेवा करने का यह अवसर मिलता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।"
केंद्र सरकार द्वारा बजट पेश किए जाने को लेकर मुर्मू ने कहा कि यह सरकार की "दूरगामी नीतियों और भविष्य के दृष्टिकोण" का "प्रभावी दस्तावेज" होगा। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों में भारत 11वें स्थान से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा, "दुनिया के विभिन्न हिस्सों में महामारी और संघर्षों के बावजूद, भारत इस विकास दर को हासिल करने में सक्षम रहा है। यह पिछले 10 वर्षों में राष्ट्रीय हित में किए गए सुधारों और निर्णयों के कारण संभव हुआ है।"
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम कर रही है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को 3.20 लाख करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में भी रिकॉर्ड वृद्धि की है। राष्ट्रपति ने पिछले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर के लिए सरकार द्वारा बजट आवंटन में 4 गुना से अधिक की वृद्धि के बारे में बात की, तो सदन मणिपुर में चल रही जातीय हिंसा का जिक्र करते हुए नारे लगाने लगा। उन्होंने कहा कि सरकार एक्ट ईस्ट नीति के तहत इस क्षेत्र को रणनीतिक प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है।
मुर्मू ने कहा, "मेरी सरकार पूर्वोत्तर में शांति लाने के लिए लगातार काम कर रही है। पिछले 10 वर्षों में कई पुराने मुद्दों को सुलझाया गया है, कई समझौते किए गए हैं और तेजी से प्रगति के बाद अशांत क्षेत्रों में AFSPA को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है।"
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "भारत के प्रति दुनिया का नजरिया किस तरह बदला है, यह हम सबने इटली में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन में अनुभव किया है। भारत ने G20 की अध्यक्षता के दौरान दुनिया को कई मुद्दों पर एकजुट किया है।"
उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता के दौरान ही अफ्रीकी संघ को G20 का 27वां सदस्य बनाया गया है। इससे अफ्रीकी महाद्वीप के साथ-साथ पूरे ग्लोबल साउथ का विश्वास मजबूत हुआ है। पड़ोसी पहले की नीति पर चलते हुए भारत ने पड़ोसी देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया है। 9 जून को केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में 7 पड़ोसी देशों के नेताओं ने भाग लिया...चाहे पूर्वी एशिया हो या मध्य पूर्व और यूरोप, मेरी सरकार कनेक्टिविटी को बहुत महत्व दे रही है। भारत के विजन ने भारत-मध्य पूर्व आर्थिक गलियारे को आकार देना शुरू कर दिया है। यह गलियारा 21वीं सदी के सबसे बड़े गेम चेंजर में से एक होगा।