टोक्यो : टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल कर दिया है । एक के बाद पदकों की मानो बारिश हो रही है । अब इसी क्रम में प्रवीण कुमार ने ऊंची कूद T64 स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम कर लिया है । 1.93 मीटर के प्रयास को पास करने से पहले प्रवीण ने अपने पहले प्रयास में 1.83 मीटर की दूरी तय की ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवीण कुमार को सिल्वर मेडल जीतने पर बधाई दी । उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के लिए प्रवीण कुमार पर गर्व है । यह मेडल उनकी कड़ी मेहनत और अद्वितीय समर्पण का परिणाम है । उन्हें बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं ।’
इसके बाद वे अपने दूसरे प्रयास में 1.97 मीटर की दूरी को पार करते हुए ब्रायंट के जोनाथन एडवर्ड्स और पोलैंड के मैसीज लेपियाटो के साथ संयुक्त शीर्ष पर रहे । तीनों ने फिर 2.01 मीटर का निशान पार किया, जिसकी वजह से स्वर्ण के लिए प्रतिस्पर्धा अधिक हो गई ।
इसके बाद प्रवीण ने पोलिश पैरा-एथलीट के साथ टाई-ब्रेकिंग छलांग लगाई और कुशलता से 2.04 मीटर की दूरी तय की । लेपियाटो ने भी प्रवीण के साथ संयुक्त शीर्ष पर जाते हुए नियत दूरी तय कर ली । ब्रिटेन के जोनाथन ने भी 2.04 मीटर के निशान को सफलतापूर्वक पार करते हुए सोने के लिए आमने-सामने की लड़ाई को जारी रखा ।
लैपियाटो ने फिर 2.07 मीटर की दूरी का लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सके। प्रयास के लिए दूसरे स्थान पर आते हुए, प्रवीण भी इतनी छलांग लगाने में असफल रहे । इसकेबाद जोनाथन भी छलांग लगाने में विफल होने के कारण, तीनों एथलीट अपने-अपने पहले प्रयासों में असफल रहे । मुकाबला कड़ा और रोचक होता जा रहा था ।
2.07 मीटर के निशान को पार करने के अपने दूसरे प्रयास में, प्रवीण ने अच्छी छलांग लगाई और इसे पार कर लिया और एशियाई रिकॉर्ड भी तोड़ दिया । साथ ही अपना व्यक्तिगत रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज कराया जबकि लैपियाटो अपने तीसरे प्रयास में इस दूरी को पार नहीं कर पाएं । जोनाथन ने भी प्रवीण की तरह इस दूरी को पार कर लिया और स्वर्ण के लिए कड़ा मुकाबला दिया । 2.10 मीटर की दूरी तय करने के लिए जोनाथन और प्रवीण दोनों पहले प्रयास में असफल रहें । बाद में जोनाथन ने प्रवीण पर दवाब बनाते हुए 2.10 की दूरी तय कर ली लेकिन प्रवीण अपने दूसरे प्रयास के बाद भी इस दूरी को तय नहीं कर पाएं और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा ।