‘पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी बैंक’ के एक बुजुर्ग खाता धारक की शनिवार को मुलुंड में मौत हो गई। बैंक में कथित घोटाले की बात सामने आने के बाद मौत की पांचवी घटना है।
इस बीच, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की पूर्व छात्र नेता शेहला राशिद ने पीएमसी बैंक मुद्दे पर ट्वीट किया। शेहला राशिद ने कहा कि अगर आप इस तरह के मानवीय दुखों को देखना पसंद करते हैं तो भाजपा को वोट दें।
जेएनयू की पूर्व छात्र हमेशा भाजपा सरकार पर कमेंट करती रहती हैं। चाहे वह जम्मू-कश्मीर का मामला हो, कन्हैया कुमार या चुनाव के लेकर हो। वह मोदी सरकार की घोर आलोचक हैं।
मृतक राम अरोड़ा के परिजन दावा कर रहे हैं कि उनकी मौत का बैंक घोटाले या उसमें से धन निकालने पर लगे प्रतिबंधों से नहीं जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह प्राकृतिक मौत है। वह वरिष्ठ नागरिक थे। उनकी मृत्यु का बैंक घोटाले से कोई लेना देना नहीं है।’’ उनके परिजन का कहना है कि अरोड़ा अकेले पीएमसी बैंक की राशि पर निर्भर नहीं थे।
पीएमसी बैंक के खाताधारकों ने आरबीआई मुख्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
पंजाब एंड महाराष्ट्र को - ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खाताधारकों ने खाते में जमा पैसा वापस करने की मांग करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुख्यालय के बाहर शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि खाताधारक करीब 12 बजे दक्षिण मुंबई में आरबीआई मुख्यालय के बाहर एकत्र हुए।
उन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर पीएमसी बैंक और रिजर्व बैंक के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि किसी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस तैनात की गई थी। किसी को भी अब तक हिरासत में नहीं लिया गया है।
बैंक में घोटाला सामने आने के बाद रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक से पैसे निकालने की अधिकतम सीमा तय करने समेत अन्य प्रतिबंध लगाए हैं। सीमा से अधिक राशि खाताधारकों को निकालने की अनुमति नहीं है। वर्तमान में यह सीमा 40,000 रुपये है।