महाराष्ट्र में पंजाब ऐंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक खाताधारकों की परेशानियां खत्म होती नहीं दिख रही हैं। मंगलवार को इस बैंक के खाताधारकों ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के मुंबई स्थित ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया।
सितंबर में पीएमसी बैंक घोटाला सामने आने के बाद आरबीआई ने जमाकर्ताओं की धन निकासी की सीमा 10 हजार तय कर दी थी, जिसे बढ़ाकर बाद में 40 हजार रुपये प्रति खाता किया गया था। लेकिन जमाकर्ताओं का आरोप है कि ये राशि इतनी कम है कि इससे महीने भर का गुजारा भी मुश्किल है। हाल ही में मेडिकल या शिक्षण इमरजेंसी के लिए 50 हजार अतिरिक्त निकासी की इजाजत भी दी गई है।
पीएमसी बैंक घोटाला सामने आने के बाद से ही इसके खाताधारक परेशान हैं और अपने पैसे की निकासी के लिए उन्हें जद्दोजेहद का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले 19 अक्टूबर को भी खाताधारकों ने आरबीआई के ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया था।
सितंबर में सामने आए पीएमसी बैंक घोटाले में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से तीन की मौत हार्ट अटैक और एक डॉक्टर की मौत कथित तौर पर आत्महत्या करने की वजह से हुई है।
6500 करोड़ से ज्यादा का है बैंक घोटाला
पिछले महीने सामने आए पीएमसी बैंक घोटाले में बैंक के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से एक ही कंपनी हाउसिंग डेवलेपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्टर लिमिटेड (HDIL) के प्रवर्तकों को कई डमी अकाउंट्स बनाकर हजारों करोड़ रुपये के लोन बांटने का पता चला था।
अब ये कंपनी दिवालिया हो गई है, जिस पर पीएमसी बैंक का करीब 6500 करोड़ रुपये बकाया है। इस घोटाले के सामने आने के बाद आरबीआई ने पीएमसी बैंक के कामकाज पर रोक लगा दी थी और खाताधारकों की धन निकासी की सीमा भी 40 हजार रुपये कर दी थी।
पीएमसी खाताधारकों ने इस मामले में हस्तक्षेप के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि खाताधारक इस मामले की अपील संबंधित हाई कोर्ट में कर सकते हैं।