सोची/नई दिल्ली, 21 मईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस के एक दिवसीय दौरे के बाद नई दिल्ली पहुंच गए। उनकी विदाई के लिए राष्ट्रपति पुतिन सोची एयरपोर्ट तक आए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ यहां बातचीत ‘अत्यंत सफल’ रही। दोनों नेताओं ने भारत-रूस के रिश्तों की पूरी श्रंखला के साथ साथ विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया। मोदी और पुतिन की यह पहली अनौपचारिक बैठक थी। इसका आयोजन काला सागर तट के इस शहर में किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस की दोस्ती समय की कसौटी पर खरी उतरी है और आने वाले वर्षों में यह नई ऊंचाईयों पर पहुंचेगी।
दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक वार्ता
भारत और रूस के राष्ट्राध्यक्षों के बीच अनौपचारिक वार्ता में रिश्तों में गर्मजोशी साफ तौर पर देखी जा सकती थी। मोदी ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुये कहा कि अटल जी और राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों देशों की ‘रणनीतिक भागीदारी’ का जो बीज बोया था वह अब ‘‘विशेष विशेषाधिकारपूर्ण रणनीतिक भागीदारी’’ के रुप में विकसित हो गया है। मोदी ने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रपति पुतिन का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे अनौपचारिक मुलाकात के लिये आमंत्रित किया और अब इसके बाद हमारी इस लंबी दोस्ती में यह एक नया पहलू जुड़ गया है।’’
मोदी का स्वागत करते हुए पुतिन ने कहा कि उनकी यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को एक नई गति मिलेगी। पुतिन ने कहा,‘‘ हमारे रक्षा मंत्रालयों के बीच करीबी संपर्क और सहयोग है। यह हमारे बीच भागीदारी के काफी ऊंचे रणनीतिक स्तर का सबूत है।’’ उन्होंने बहुपक्षीय मंचों की कूटनीति विशेषकर संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) और एससीओ में दोनों देशों के बीच तालमेल की भी प्रशंसा की। पुतिन ने यह भी कहा कि पिछले वर्ष द्विपक्षीय व्यापार में काफी वृद्धि हुई और इस वर्ष पहले कुछ महीनों में ही इसमें 17 प्रतिशत की और बढोत्तरी हुई है।
मोदी-पुतिन की मुलाकात के एजेंडे
दोनों नेताओं के बीच शिखर बातचीत से पहले रूस सरकार के प्रवक्ता द्मित्री पेस्कोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ रूस- भारत सैन्य सहयोग पर विचार विमर्श करेंगे। रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच इस तरह के बातचीत का अनुमान व्यक्त किया गया। सूत्रों ने कहा कि भारत नहीं चाहेगा कि रूस के साथ उसके रक्षा संबंधों को किसी पर किसी अन्य देश का निर्देश लागू हो। एक सूत्र ने कहा भारत इस मामले में अमेरिकी सरकार से सम्पर्क में है।
अमेरिका के एक कानून के तहत रूस से ऊंची कीमत वाले रक्षा सामान खरीदने पर अमेरिकी प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में रुसी एस-400 ट्रायंफ प्रक्षेपास्त्र रक्षा प्रणाली की प्रस्तावित खरीदार करने पर भारत के खिलाफ अमेरिकी कानून के तहत प्रतिबंध लाग सकता है। मोदी ने आज की बैठक में अपने संबोधन की शुरुआत में शंघाई सहयोग संगठन में भारत को स्थाई सदस्यता दिलाने में बड़ी भूमिका के लिए रूस को धन्यवाद दिया।
पीएम मोदी ने देखा एक अलग पुतिन
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने एक अलग व्लादिमीर पुतिन को देखा, जो सिरिअस एजुकेशनल सेंटर के छात्रों के बारे में बातें कर भावुक हो गए। रूसी राष्ट्रपति पुतिन की पहल पर इस अनोखे शैक्षणिक संस्थान की स्थापना की गई थी। मोदी और पुतिन वहां गए और 700 से अधिक छात्रों से बातचीत की। छात्रों से बात करते हुए मोदी ने कहा कि वह अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन के शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने रूस के इन चमकते सितारों से मिलने का अवसर दिया। मोदी ने छात्रों को भारत आने और भारतीय छात्रों के साथ बातचीत करने का न्योता दिया। उन्होंने वादा किया कि वह भारत में उनके साथ समय बिताएंगे।
सोची में मोदी-पुतिन ने किया नौका विहार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अनौपचारिक बातचीत के बाद आज सोची में बोचारेव क्रीक से ओलंपिक पार्क के बीच नौका विहार किया ताकि दोनों को द्विपक्षीय रिश्तों के बारे में बात करने का अधिक समय मिल सके। दोनों नेता अपने पहले अनौपचारिक सम्मेलन के लिए काला सागर के तट पर स्थित इस शहर में हैं। रूस की आधिकारिक संवाद समिति तास की खबर के मुताबिक पुतिन के आवास बोचारोव रूचे पर दोनों नेताओं के बीच तीन घंटे से भी अधिक लंबी बातचीत हुई।
PTI-Bhasha Inputs
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