नई दिल्ली/सोचि, 21 मईः भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस के दौरे पर हैं। यहां सोचि शहर में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ पीएम मोदी अहम बैठक करेंगे। अपनी यात्रा से पहले उन्होंने आशा जताई है कि इससे भारत और रूस के बीच ‘विशेष और विशेषाधिकार युक्त’ रणनीतिक भागीदारी को और अधिक मजबूती मिलेगी। रूस में भारत के राजदूत पंकज सारन ने बताया कि दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के महज 2 हफ्ते के अंदर व्लादिमीर पुतिन ने खुद पीएम मोदी को न्योता दिया था। पिछले 10 दिनों में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल समेत कई वैश्विक नेताओं ने रूस का दौरा किया है। जानें, पीएम मोदी की इस अनौपचारिक यात्रा की 10 खास बातें...
1. पीएम मोदी का सोचि एयरपोर्ट पर रूस के टॉप अधिकारी स्वागत करेंगे। इसके बाद वह पुतिन के रिजॉर्ट पर जाएंगे। यहां इन दोनों नेताओं की अहम बैठक होगी। सोचि रूस का एक चर्चित शहर है।
2. मोदी ने रूस यात्रा पर रवाना होने की पूर्व संध्या पर एक साथ कई ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ उनकी बातचीत द्विपक्षीय रिश्तों को नयी ऊंचाई पर ले जायेगी। पहले रूसी भाषा और फिर अंग्रेजी में किये ट्वीट में उन्होंने कहा ‘‘मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ बातचीत भारत और रूस के बीच विशेष एवं विशाधिकार युक्त रणनीतिक भागीदारी और अधिक मजबूत होगी। ’’
3. एक अन्य ट्वीट में मोदी ने रूस के लोगों को शुभकामनायें देते हुये लिखा ‘‘मैं सोचि के कल के अपने दौरे और राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी मुलाकात के प्रति आशान्वित हूं। उनसे मिलना मेरे लिये हमेशा सुखदायी रहा है। ’’
4. रूस के सोची शहर में सोमवार को होने वाली दोनों नेताओं की अनौपचारिक शिखर बैठक में वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों के अलावा ईरान के साथ परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने पर विशेष रूप से चर्चा होगी। लगभग चार से छह घंटों की इस मुलाकात में द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की संभावना बहुत कम है।
5. दोनों नेताओं के बीच बातचीत के मुद्दों में ईरान के साथ परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने से भारत और रूस पर पड़ने वाले आर्थिक असर, सीरिया और अफगानिस्तान के हालात, आतंकवाद के खतरे तथा आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और ब्रिक्स सम्मेलन से संबंधित मामलों के शामिल होने की संभावना है।
6. भारत रूस के साथ अपने रक्षा सहयोग को निर्देशित करने की किसी अन्य देश को इजाजत कभी नहीं देगा। पुतिन और मोदी के बीच अनौपचारिक बैठक का मकसद दोनों देशों के बीच मैत्री और आपसी विश्वास का इस्तेमाल कर वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर के अहम मुद्दों पर आम राय कायम करना है।
7. इस दौरे से एक माह पहले ही पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ भी इसी तरह की अनौपचारिक बैठक की थी।
8. राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी चौथी बार राष्ट्रपति बनने के सिर्फ दो हफ्ते के बाद ही तमाम मुद्दों पर चर्चा के लिए न्योता दिया है।
PTI-Bhasha Inputs
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