पीएम मोदी ने कोरोना वायरस महामारी को लेकर छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शुक्रवार को बैठक की। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि तीसरी लहर को रोकने के लिए 4T यानि टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीका ही हमारी रणनीति होनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है वहां ज्यादा फोकस भी रखना होगा।
कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद शुरू किया है। इससे पहले पीएम मोदी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद कर चुके हैं। पीएम मोदी पहले भी कोरोनाकाल में पर्यटन स्थलों पर जुट रही भीड़ को लेकर चिंता जाता चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा 23 हजार करोड़ के इमरजेंसी कोविड रिस्पांस पैकेज का हवाला देते हुए कहा कि राज्यों को नए आईसीयू बेड्स बनाने, टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के अलावा अन्य जरूरतों के लिए भी फंड उपलब्ध करवाया जा रहा है।
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र और केरल में कोरोना मामलों में लगातार हो रहे इजाफे पर चिंता जताते हुए कहा कि ये वाकई हम सबके लिए, देश के लिए चुनौतीपूर्ण विषय है। एक्सपर्ट्स के अनुसार लंबे समय तक केसेस बढ़ने से कोरोना के वायरस में म्यूटेशन की आशंका बढ़ जाती है, नए नए वैरिएंट्स का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए, तीसरी लहर को रोकने के लिए कोरोना के खिलाफ सजग रहने की आवश्यकता है।
इस बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा, ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया भी इस बैठक में उपस्थित थे।