लाइव न्यूज़ :

Petrol and diesel price: पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के फायदे-नुकसान

By भरत झुनझुनवाला | Updated: October 1, 2021 12:22 IST

पेट्रोल के दाम में वृद्धि का एक लाभ यह है कि हमारी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होती है.

Open in App
ठळक मुद्देपेट्रोल के दाम में वृद्धि का एक लाभ यह है कि आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होती हैमूल्य आज 76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गए हैंतेल के ऊंचे दाम का एक विशेष प्रभाव यह है कि महंगाई में वृद्धि होती है.

वर्ष 2015 में विश्व बाजार में तेल के दाम उछल रहे थे और 111 अमेरिकी डालर प्रति बैरल के स्तर पर थे. इसके बाद 2020 में कोविड संकट के दौरान इनमें भारी गिरावट आई और दाम केवल 23 डालर प्रति बैरल रह गए. 

वर्तमान में पुन: इसमें कुछ वृद्धि हुई है और ये मूल्य आज 76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गए हैं. इसी अवधि में देश के घरेलू बाजार में पेट्रोल के दाम की चाल बिल्कुल अलग रही है. 2015 में घरेलू बाजार में पेट्रोल के दाम 70 रुपए प्रति लीटर थे. 

जब 2020 में विश्व बाजार में तेल के दाम घटकर 23 डालर प्रति बैरल हो गए थे, उस समय हमारे बाजार में तेल के दाम घटे नहीं बल्कि 70 रुपए प्रति लीटर के लगभग हीबने रहे. कारण यह कि जैसे-जैसे विश्व बाजार में तेल के दाम में गिरावट आई, उसी के समानांतर हमारी केंद्र सरकार ने तेल पर वसूल की जाने वाली एक्साइज ड्यूटी एवं राज्य सरकारों ने तेल पर वसूल की जाने वाली सेल टैक्स में वृद्धि की.

तेल के ऊंचे दाम का एक विशेष प्रभाव यह है कि महंगाई में वृद्धि होती है. पेट्रोल के साथ डीजल के दाम बढ़ते हैं जिससे माल की ढुलाई महंगी हो जाती है और बाजार में प्रत्येक माल महंगा हो जाता है. पेट्रोल के दाम में वृद्धि का दूसरा संभावित प्रभाव मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों पर पड़ सकता है.

पेट्रोल के दाम में वृद्धि का एक लाभ यह है कि हमारी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होती है. हम अपनी खपत का 85 प्रतिशत पेट्रोल आयात करते हैं जिससे कि हमारी अर्थव्यवस्था आयातों पर निर्भर हो जाती है. किसी भी वैश्विक संकट के समय हम दबाव में आ सकते हैं. 

जब घरेलू बाजार में पेट्रोल के दाम बढ़ते हैं तो लोग ऊर्जा के वैकल्पिक साधनों का उपयोग ज्यादा करते हैं जैसे बस से यात्रा ज्यादा करना चाहेंगे जिसमें र्इंधन की खपत कम होती है, अथवा बिजली की कार अथवा मेट्रो का उपयोग करेंगे. इसलिए तेल के दाम बढ़ने से देश में पेट्रोल की खपत कम होगी, हमारी आयातों पर निर्भरता कम होगी और हमारी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होगी. 

तेल के ऊंचे दाम का दूसरा लाभप्रद प्रभाव पर्यावरण का है. तेल के जलने से कार्बन डाइऑक्साइड का भारी मात्रा में उत्सर्जन होता है फलस्वरूप धरती का तापमान बढ़ रहा है. प्राकृतिक प्रकोप बढ़ रहे हैं. इसलिए तेल के ऊंचे मूल्य मूल रूप से देश के लिए लाभप्रद हैं.  

टॅग्स :पेट्रोलपेट्रोल का भावडीजल का भाव
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: टंकी फूल कराने से पहले यहां चेक करें तेल के लेटेस्ट दाम, जानें कहां मिल रहा सस्ता ईंधन

कारोबारPetrol  Diesel Prices Today: वैश्विक बाजार का असर! भारत में बदले ईंधन के दाम, टंकी फुल करवाने से पहले करें चेक

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: 3 दिसंबर को तेल कंपनियों ने जारी किए ईंधन के दाम, बस एक क्लिक से करें चेक

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: दिल्ली से लेकर मुंबई तक, 2 दिसंबर को जारी हुए ईंधन के दाम; यहां करें चेक

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: 30 नवंबर को सभी शहरों में अपडेट हुए ईंधन के दाम, फटाफट करें चेक

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई