कोलकाताः टीएमसी नेता और महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कड़ा एक्शन लिया है। पार्थ चटर्जी को टीएमसी महासचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और तीन अन्य पदों के साथ हटा दिया गया है। बनर्जी ने कहा कि जांच जारी रहने तक निलंबित कर दिया गया है। दोषी न साबित होने पर वापस लिया जाएगा।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सीएम ममता बनर्जी ने फैसला लिया और (पार्थ चटर्जी) मंत्री को हटा दिया गया। मामले की जांच की जा रही है। अगर कोई गलत करता है तो टीएमसी उसे नहीं बख्शेगी। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस होगा। जांच एजेंसी को समय सीमा के भीतर जांच पूरी करनी होगी। शारदा मामले में भी कुछ नहीं हुआ, यह सिर्फ लटका हुआ है। समयबद्ध जांच होनी चाहिए।
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वह (अर्पणा मुखर्जी) जिसके घर से रकम बरामद हुई वह टीएमसी का नहीं है। हम इस मामले से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं। टीएमसी एकमात्र पार्टी है जिसने इस मामले में 7 दिनों के भीतर हस्तक्षेप किया। मैं सहमत हूं कि बड़ी रकम वसूल की गई।
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के गिरफ्तार नेता पार्थ चटर्जी पार्टी से निलंबित, सभी पदों से हटाये गए हैं। भ्रष्टाचार में संलिप्त पाये जाने वाले किसी भी व्यक्ति का तृणमूल कांग्रेस समर्थन नहीं करेगी। ममता सरकार हर मामले पर गंभीर है।
लेकिन, आए दिन बैंक फ्रॉड हो रहे हैं, बीजेपी ने क्या कार्रवाई की? नीरव मोदी उड़ गए, क्या बीजेपी ने निर्मला सीतारमण को बर्खास्त किया, यह टीएमसी है जो बात करती है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा स्कूल भर्ती घोटाले में गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी को बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल सरकार ने बर्खास्त कर दिया।
बनर्जी ने पार्टी की अनुशासन समिति की बैठक के बाद यह भी कहा कि चटर्जी के निर्दोष साबित होने पर ही टीएमसी के दरवाजे उनके लिए खुलेंगे। चटर्जी लगभग दो दशकों तक टीएमसी के महासचिव रहे और इस साल की शुरुआत में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
बनर्जी ने कहा, “ पार्थ चटर्जी को पार्टी के सभी पदों से हटाने का फैसला किया गया है। जब तक जांच चल रही है, वह पार्टी से निलंबित रहेंगे। हम मांग करते हैं कि जांच समय सीमा के भीतर पूरी की जाए।” उन्होंने कहा, “टीएमसी भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करेगी।”
इससे पहले दिन में, चटर्जी को पश्चिम बंगाल कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया । उन्हें स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) में भर्ती में कथित अनियमितता की जांच के सिलसिले में 23 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था।