Parliament winter session: संसद के शीतकालीन सत्र में हंगामा जारी है। डीके सुरेश, नकुल नाथ और दीपक बैज समेत तीन और कांग्रेस सांसद लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है। अब तक 146 सांसद निलंबित हो चुके हैं। लोकसभा में कई दिन से सरकार और विपक्ष में नुराकुश्ती जारी है। विपक्षी दलों के सदस्यों को तख्तियां दिखाने के कारण निलंबित कर दिया गया।
निचले सदन के निलंबित सदस्यों की कुल संख्या 100 हो गई। सदस्यों के निलंबन के बाद 14 दिसंबर से लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित सदस्यों की कुल संख्या 146 हो गई है। दरअसल 13 दिसंबर को दो लोगों के लोकसभा सदन में कूदने और ‘कैन’ से धुआं छोड़ने के बाद विपक्ष सुरक्षा चूक को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग पर अड़ा है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सदन द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद बुधवार को केरल कांग्रेस (मणि) के सांसद थॉमस चाजिकादान और माकपा के एएम आरिफ को कदाचार के लिए निलंबित कर दिया गया था। 78 विपक्षी सदस्यों को निलंबित किए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को कार्यवाही में बाधा डालने के लिए 49 लोकसभा सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था।
इस कार्रवाई की कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने तीखी आलोचना की है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार पर “विपक्ष-विहीन” संसद में प्रमुख विधेयकों को पारित करने की कोशिश का आरोप लगाया है।
लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना करने को लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस के तीन सदस्यों- दीपक बैज, डीके सुरेश और नकुल नाथ को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। सदन की अवमानना के मामले में अब तक लोकसभा के कुल 100 सदस्यों को निलंबित किया जा चुका है।
इससे पहले गत सप्ताह बृहस्पतिवार को 13 सदस्यों, इस सप्ताह सोमवार को 33, मंगलवार को 49 और बुधवार को दो विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था। सदन में ‘प्रेस और नियतकालिक पत्रिका रजिस्ट्रीकरण विधेयक, 2023’ पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दीपक बैज, डीके सुरेश और नकुल नाथ को सदन की अवमानना करने के मामले में निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सभा ने ध्वनिमत से मंजूर कर लिया।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज प्रश्नकाल समाप्त होते ही तीनों सदस्यों का नाम लेते हुए कहा, ‘‘आप बार-बार सदन की कार्रवाई बाधित कर रहे हैं, तख्तियां दिखा रहे हैं, नारेबाजी कर रहे हैं और कागज फाड़कर लोकसभा कर्मियों पर फेंक रहे हैं। यह सदन की मर्यादा के विरुद्ध है।’’
उन्होंने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘मैं कभी बिना कारण के किसी सदस्य को निलंबित नहीं करना चाहता। आपको जनता ने चुना है। आपको अधिकार है यहां चर्चा करने का और अपनी बात रखने का। आप लोग अपनी सीट पर जाइए, मैं आपको शून्यकाल में आपकी बात रखने का अवसर दूंगा।’’
बिरला ने कहा, ‘‘विपक्षी सदस्य अपनी सीट से उठकर आते हैं और कहते हैं कि (हमें) निलंबित कर दीजिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह तरीका सही है क्या? सदन की यही मर्यादा है क्या? (सदस्य) नियोजित तरीके से निलंबित करने की बात कर रहे हैं, यह सही नहीं है।’’ संसद के शीतकालीन सत्र का अंतिम कार्यदिवस शुक्रवार को है।