नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) मॉनसून सत्र के दौरान लोक सभा में वाणिज्यिक न्यायालयों से संबंधित विधेयक पर चर्चा के दौरान भाजपा की किरण खेर और राजद से निष्कासित राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के बीच नोकझोंक हो गई।
खेर की टोकाटोकी पर यादव ने कहा कि वह छठी बार सांसद बने हैं और जनता के विषय को उठा रहे हैं।
विधेयक पर चर्चा के दौरान जब यादव अपनी बात रख रहे थे तब किरण खेर ने कुछ कहा। इसका यादव ने विरोध किया।
पप्पू यादव ने कहा कि इसमें कोई राजनीतिक बात नहीं है, यह जनता से जुड़े सवाल हैं जो वे उठा रहे हैं। और टोकाटोकी ठीक नहीं है।
इस पर खेर को अपने स्थान से कुछ कहते देखा गया। इसके कारण दोनों सदस्यों में नोकझोंक की स्थिति उत्पन्न हो गई।
यादव ने कहा कि वह छठी बार सदन में चुनकर आए हैं, जबकि वह (खेर) पहली बार आई हैं। ‘‘और नरेन्द्र मोदी नहीं हों, तब वह जीत भी नहीं सकतीं।’’
यादव के इस बयान का किरण खेर ने विरोध किया। इस दौरान लोकसभा उपाध्यक्ष एम तंबिदुरै ने सदस्यों से शांत होने का आग्रह किया।
विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी कहा कि यादव छठी बार सांसद बने हैं लेकिन उत्साह में कोई कमी नहीं है।
संसद के मॉनसून सत्र में बुधवार (31 जुलाई) को असम नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) में 40 लाख नागरिकों का नाम न होने को लेकर काफी हंगामा हुआ।
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