एक तरह पूरे देश में नागरिकता संसोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। उसी बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने भारत को चेतावनी भी दी है।
खान ने कहा ' मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लम्बे समय से चेता रहा हूं अभी फिर से दोहरा रहा हूं, अगर भारत अपने घरेलू अराजकता से ध्यान हटाने के लिए इस तरह का ऑपरेशन करता है और हिंदू राष्ट्रवाद को बढ़ाने के लिए कोड़ा मार सकता है तो पाकिस्तान के पास प्रतिक्रिया देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।'
उन्होंने कहा 'मोदी सरकार पिछले 5 वर्षों में भारत अपने हिंदूवादी अतिवादी फासीवादी विचारधारा के साथ हिंदू राष्ट्र की ओर बढ़ रही है। अब नागरिक संशोधन कानून के साथ उन सभी भारतीयों को जो एक बहुलवादी भारत चाहते हैं वे विरोध करने लगे हैं और यह एक जन आंदोलन बन रहा है। इसके साथ ही IOJK (इंडियन ओक्युपाई जम्मू-कश्मीर) में भारतीय कब्जे वाली सेनाओं की घेराबंदी जारी है। जैसे-जैसे ये विरोध बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे भारत से पाकिस्तान को खतरा भी बढ़ता जा रहा है। भारतीय सेना प्रमुख का बयान एक फाल्स फ्लैग ओपेरेशन की हमारी चिंताओं को जोड़ता है।'
इससे पहले इमरान खान ने नागरिकता संशोधन एक्ट पर अंतरराष्ट्रीय मंच से झूठ बोला था। इमरान ने ग्लोबल रिफ्यूजी फोरम के मंच से भारत के नागरिकता कानून का विरोध किया। इमरान खान ने कहा कि सभी धार्मिक अल्पसंख्यक जिसमें हिन्दू, सिख, ईसाई जो भी भारत में शरणार्थी बनकर आए हैं वो नागरिकता ले सकते हैं लेकिन मुसलमान नहीं। भारत में 20 करोड़ मुसलमान हैं। अगर 2-3 फीसदी भी नागरिकता साबित नहीं कर सके तो वो कहां जाएंगे। झूठ बोलने के चक्कर में इमरान ने सीएए को और एनसीआर को एक में मिला दिया।