पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत से करतापुर जाने वाले सिख श्रद्धालुओं को दो रियायतें दी हैं। इसकी घोषणा करते हुए इमरान ने बताया कि श्रद्धालुओं को पासपोर्ट की जरूरत नहीं है, वो सिर्फ वैध पहचान पत्र दिखाकर जा सकते हैं। दूसरी 10 दिन पहले एडवांस बुकिंग करने की भी जरूरत नहीं है। साथ ही इमरान ने कहा कि गुरुजी के 550वें जन्मदिवस पर शुरू हो रही यात्रा पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
उधर, करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं पर करीब 20 डॉलर (1420 भारतीय रु.) का शुल्क लगाए जाने से शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील की कि वे इसे आय का स्रोत न बनाएं। यह शुल्क बहुत ज्यादा है। करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन 9 नवंबर को किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने स्पष्ट किया है कि करतारपुर साहिब की यात्रा का मतलब पड़ोसी देश की यात्रा है। राजनीतिक हस्तियों और पाकिस्तान द्वारा आमंत्रित लोगों को यात्रा से पहले राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी।
करतारपुर के पहले जत्थे में कई हस्तियां
केंद्र सरकार ने करतारपुर साहिब जाने वाले पहले जत्थे की सूची जारी कर दी है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी उन 575 लोगों में शामिल हैं जो करतारपुर गलियारे के जरिये पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले पहले जत्थे का हिस्सा होंगे। केंद्र सरकार के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि भारत ने मंगलवार को 575 लोगों की सूची पाकिस्तान के साथ साझा की। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और पंजाब के सांसद और विधायक भी इस समूह का हिस्सा होंगे।