लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बनने वाले राजनीतिक समीकरणों से निपटने के लिए तमाम विपक्षी दल एकजुट दिख रहे हैं। इसी के तहत दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, सपा नेता राम गोपाल यादव, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन के साथ तेलुगू देश पार्टी नेता चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद रहे।
बैठक में कुल 19 पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया, जिसमें समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, तेलुगू देशम पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल (सेक्युलर), भारतीय मार्क्सवादी पार्टी, सीपीआईएम और डीएमके जैसी पार्टियां शामिल थीं।
बता दें कि आखिरी चरण के चुनाव के बाद से चंद्रबाबू नायडू लगातार विपक्षी दलों से संपर्क में हैं। खबर आई थी कि वह नेताओं से मिलकर अपने पुराने संबंधों की दुहाई दे रहे हैं।
बैठक के बाद विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग के लिए कूच किया। इन नेताओं को चिंता सता रही है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से किसी तरह का खिलवाड़ न होने पाए।
वहीं, विभिन्न समाचार चैनलों और एजेंसियों के एग्जिट पोल देश में एक बार फिर मोदी सरकार दिखा रहें हैं लेकिन विपक्षी दलों मोदी सरकार की संभावना से इनकार कर रहे हैं।
मंगलवार को आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने भी समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और दावा किया कि नतीजों में बीजेपी का सूफड़ा साफ हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि केंद्र विपक्षी गठबंधन एक मजबूत सरकार बनाएगा।