पटना: बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर सूत्रों का कहना है कि भाजपा और जदयू बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, और दोनों एनडीए सहयोगियों के बीच कुल 205 सीटें बंटेंगी। सीटों के बंटवारे पर बातचीत अभी भी जारी है, और प्रत्येक पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका अंतिम फॉर्मूला अभी तय होना बाकी है।
शेष 38 सीटें एनडीए के छोटे सहयोगियों - लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएम) के बीच बांटे जाने की संभावना है। रिपोर्टों से पता चलता है कि भाजपा ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान को 25 सीटें, हम नेता जीतन राम मांझी को सात सीटें और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को छह सीटें देने की पेशकश की है।
बताया जा रहा है कि चिराग पासवान के साथ बातचीत जारी है और लोजपा नेता अपनी पार्टी के नेताओं के लिए पसंदीदा निर्वाचन क्षेत्र तलाश रहे हैं। अगर पासवान की सीटों का हिस्सा बढ़ता है, तो मांझी और कुशवाहा के लिए आवंटन में कमी आ सकती है। सूत्रों से संकेत मिलता है कि अगर छोटे सहयोगियों की सीटों का हिस्सा कम होता है, तो भाजपा उन्हें राज्यसभा और विधान परिषद की सीटों की पेशकश करके क्षतिपूर्ति कर सकती है।
भारत के चुनाव आयोग ने सोमवार को 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा की, जो दो चरणों में होंगे: 6 नवंबर और 11 नवंबर, और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएँगे। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, जिससे यह चुनाव सत्ता के सुचारू हस्तांतरण के लिए महत्वपूर्ण है।