Sikkim Floods: उत्तरी सिक्किम में स्थित ल्होनक झील के ऊपर बुधवार सुबह अचानक बादल फट जाने से तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। बाढ़ आने से 23 जवानों और 30 नागरिकों की लापता होने की खबर सामने आई है।
बताया जा रहा है कि ल्होनक झील पर बादल तो फटा ही था, लेकिन इसके बाद चुंगथांग बांध का पानी छोड़ने से तीस्ता नदी का 15-20 फीट की ऊंचाई तक जलस्तर एकदम से बढ़ गया और फिर, नदी के जल ने बाढ़ का रूप ले लिया।
अधिकारियों के मुताबिक, इसके कारण सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हो गए हैं। वहीं, नेशनल हाईवे 10 भी तीस्ता नदी के सामांतर में बना है और वह भी बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
अधिकारियों की मानें तो बुधवार सुबह यह आपदा 1:30 बजे शुरू हुई। यह बाढ़ उत्तरी सिक्कम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई।
अब स्थिति का जायजा लेने खुद राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग पहुंचे हैं। दूसरी तरफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा, "मैं विनम्रतापूर्वक अपने सभी नागरिकों से आग्रह करता हूं कि सभी सतर्क रहें और इस महत्वपूर्ण समय के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें। यह जरूरी है कि हम संयम बनाए रखें और अपने क्षेत्र में तेजी से सामान्य स्थिति लौटने की उम्मीद करें।"
गुहावटी में डिफेंस के पीआरओ ने कहा है कि जो भी 23 सैनिक लापते हुए हैं उन्हें खोजने के लिए तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने कहा है कि बाढ़ में कुछ वाहन भी कीचड़ में डूब गए हैं।