नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट कर बताया कि अब खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड होगा। पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों की मांग पर उन्होंने इस बेहद सम्मानित खेल पुरस्कार का नाम बदला है।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'मुझसे पूरे भारत से कई नागरिकों द्वारा ये गुजारिश की जा रही थी कि खेल रत्न अवॉर्ड का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर किया जाए। मैं उन्हें उनकी सलाह के लिए धन्यवाद देता हूं। उन भावनाओं की कद्र करते हुए खेल रत्न अवॉर्ड को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड कहा जाएगा। जय हिंद!'
पीएम मोदी ने साथ ही एक और ट्वीट किया और लिखा, 'मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जो भारत के लिए सम्मान और गौरव लेकर आए। यह सह फैसला है कि हमारे देश का सर्वोच्च खेल सम्मान उन्हीं के नाम पर रखा जाए।'
बता दें कि हर साल 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की जयंती पर देश में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इसी दिन खेल रत्न पुरस्कार सहित अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों की शरुआत 1991-92 में हुई थी।
बहरहाल, पीएम मोदी की ओर से ये घोषणा उस समय की गई है जब देश की नजरें टोक्यों में जारी ओलंपिक खेलों पर हैं। भारत ने इन ओलंपिक खेलों में हॉकी में 41 साल बाद कोई मेडल जीता है। भारतीय पुरुष टीम ने ये कारनामा गुरुवार को ब्रॉन्ज मेडल मैच में जर्मनी को हराकर किया था। वहीं महिला हॉकी टीम हालांकि सेमीफाइनल में हारने के बाद ब्रॉन्ज मेडल मैच में भी हार गई। हालांकि, हार के बावजूद टीम ने सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है।