पाकिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर भीड़ द्वारा हमला के विरोध में भाजपा और युवा कांग्रेस के सदस्यों ने शनिवार को यहां प्रदर्शन किया।
भाजपा के कई सदस्यों ने इस घटना को लेकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। उन्हें चाणक्यपुरी थाने के पास रोक दिया गया। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तानी उच्चायोग के पास विरोध प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को हिंसक भीड़ ने गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमला किया और पथराव किया। ननकाना साहिब सिखों के प्रथम गुरु नानक देव जी का जन्म स्थान है।
एसजीपीसी चार सदस्यीय शिष्टमंडल पाक भेजेगा
देश भर में गुरुद्वारों की देख रेख करने वाला संगठन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पाकिस्तान के ननकाना साहिब में गुरुद्वारे पर भीड़ के हमले के मामले में वहां की स्थिति का जायजा लेने के लिए अपना चार सदस्यीय शिष्टमंडल भेजेगा।
ननकाना साहिब स्थित गुरुद्वारा में शुक्रवार को भीड़ हमले की कड़ी निंदा करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की पाकिस्तान सरकार से अपील की। लौंगोवाल ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं और पाकिस्तान सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने तथा वहां रह रहे सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम वहां स्थिति का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय शिष्टमंडल पाकिस्तान भेजेंगे।’’ लौंगोवाल ने कहा कि यह शिष्टमंडल वहां सिख परिवारों से मुलाकात भी करेगा। उन्होंने कहा कि शिष्टमंडल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर और मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेगा। एसजीपीसी प्रमुख ने कहा कि इस शिष्टमंडल में राजिंदर सिंह मेहता, रूप सिंह, सुरजीत सिंह और राजिंदर सिंह शामिल होंगे।
दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जो लोग संशोधित नागरिकता कानून का पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उन्हें पड़ोसी मुल्क में अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाले धार्मिक अत्याचार के बारे में और साक्ष्य की आवश्यकता है क्या।
पुरी ने ट्वीट कर कहा कि हिंसक भीड़ ने गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमले के अलावा शुक्रवार को इस पवित्र जगह का नाम बदल कर ‘‘गुलाम ए मुस्तफा’’ रखने की धमकी दी। गुरुद्वारा ननकाना साहिब को गुरुद्वारा जनम अस्थान के रूप में भी जाना जाता है और यह पाकिस्तान के लाहौर के निकट स्थित है जहां सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था। गौरतलब है कि शुक्रवार को भीड़ ने गुरुद्वारा पर कथित तौर पर हमला किया और पथराव किया था।
ननकाना साहिब की घटना के खिलाफ पाक उच्चायोग के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन
कांग्रेस की युवा इकाई और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरूद्वारा पर भीड़ द्वारा कथित पथराव एवं नारेबाजी की घटना के खिलाफ शनिवार को यहां पाकिस्तानी उच्चायोग के निकट प्रदर्शन किया।
भारतीय युवा कांग्रेस और दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' और 'इमरान खान मुर्दाबाद' के नारे लगाए। इस मौके पर युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा, '' ननकाना साहिब पर जो हमला हुआ, वह घोर निंदनीय है। इससे पाकिस्तान का सांप्रदायिक चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है।"
उन्होंने कहा, '' हमारी मांग है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो और इस पवित्र स्थल एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।'' गौरतलब है कि पाकिस्तान में एक सिख किशोरी से शादी करने वाले एक मुस्लिम व्यक्ति के परिवार की अगुवाई में कुछ लोगों ने अपने रिश्तेदारों की गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को यहां गुरद्वारा ननकाना साहिब के बाहर प्रदर्शन किया। खबरों के अनुसार भीड़ ने गुरद्वारे पर धावा बोल दिया और सिख श्रद्धालुओं पर पथराव किया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना की निंदा की है।
पाकिस्तान में गुरुद्वारा पर भीड़ के हमले के खिलाफ जम्मू में प्रदर्शन
पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर भीड़ के हमले और पत्थरबाजी की घटना की निंदा करते हुए शनिवार को यहां कई सिख संगठनों और शिवसेना डोगरा फ्रंट (एसएसडीएफ) ने अलग-अलग प्रदर्शन किए। अधिकारियों ने बताया कि शहर के अलग-अलग हिस्सों और पुंछ जिले में प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए और प्रधानमंत्री इमरान खान के पुतले जलाए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण ढंग से वहां से हट गए।
शुक्रवार को एक भीड़ ने गुरुद्वारे पर हमला किया था। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का जन्म यहीं हुआ था। ऑल पार्टीज सिख कोऑर्डिनेशन कमिटी (एपीएससीसी) के अध्यक्ष जगमोहन सिंह रैना ने एक बयान में कहा, ‘‘पाकिस्तान में ऐसे तत्व हैं जो सिख समेत अल्पसंख्यकों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने के लिए तुरंत जांच हो ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।’’
उन्होंने कहा कि यह ऐसे समय में हुआ है जब करतारपुर गलियारे के खुलने को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते में थोड़ी नरमी आई थी। गुरुद्वारे पर हमला थोड़ा संदिग्ध है। उन्होंने अपने समुदाय के सदस्यों से ‘‘विभाजनकारी तत्वों’’ के खिलाफ सतर्क रहने को कहा है। सिख यूनाइटेड फ्रंट के अध्यक्ष एस सुदर्शन सिंह वजीर ने हमले की निंदा की और समुदाय से अनुरोध किया कि वे घटना के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें।
उन्होंने मांग की, ‘‘पाकिस्तान को निश्चित रूप से दोषियों की पहचान करनी चाहिए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए।’’ कांग्रेस और भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाइयों ने भी घटना की निंदा की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रवींदर शर्मा ने दोनों देशों के बीच तनाव पैदा करने वाले तत्वों पर लगाम लगाने और उन्हें नियंत्रित करने में नाकाम रहने के लिए पाकिस्तान सरकार को जिम्मेदार ठहराया और पाकिस्तान की ओर से घटना को ‘‘दुर्भावना से प्रेरित तथा शर्मनाक’’ बताया। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक रमेश अरोड़ा ने कहा कि हमले ने पाकिस्तान की राजकीय नीति को उजागर किया है जो हिंसा को तरजीह देती है और जीवन के हर क्षेत्र में इस्लामी कट्टरवाद को बढ़ावा देना चाहती है।