उज्जैन के राजा महाकाल है इसलिए प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री कोई यहां रात नहीं रुकता। लेकिन मोहन यादव ने इस मिथक को तोड़ते हुए उज्जैन में रात्रि विश्राम किया। मोहन यादव के इस मिथक तोड़ने के पीछे क्या वजह है।
महाकाल के पंडित दिनेश पुजारी का कहना है कि किदवंतीयो में उल्लेख है कि उज्जैन में बाबा महाकाल को राजा महाकाल कहा जाता है। इसलिए कोई प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री यहां रात नहीं रुकता है लेकिन मोहन यादव उज्जैन में ही निवास करते हैं। बाबा महाकाल की बचपन से सेवा करते रहे है। ऐसे में वह बाबा महाकाल के पुत्र के समान है ऐसे में उन पर इसका कोई असर नहीं होगा। पंडित दिनेश के मुताबिक बाबा महाकाल के विकास के लिए अब नए मुख्यमंत्री से पूरे उज्जैन को उम्मीद है। महाकाल लोक विकसित हो रहा है। लेकिन शहर की ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर दूसरी समस्याओं पर भी नए मुख्यमंत्री को ध्यान देना होगा। मोहन यादव पर पुरानी किदवंतिया लागू नहीं होती है। वह पद पर बने रहेंगे और महाकाल का आशीर्वाद उन पर हमेशा रहेगा।
उज्जैन संभाग की कानून व्यवस्था और विकास के मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव आज करेंगे बैठक
उज्जैन में ही रात्रि विश्राम करने वाले सीएम मोहन यादव आज उज्जैन संभाग की कानून व्यवस्था को लेकर उज्जैन संभाग के आयुक्त आईजी डीआईजी और संभाग के सभी कैरेक्टर सपा जिला पंचायत सीईओ की बैठक करेंगे। मोहन यादव उज्जैन संभाग के विकास कार्यों को लेकर यह बैठक करेंगे। सीएम मोहन यादव की बैठक उज्जैन के विकास कार्यों से जुड़ी होगी और महत्वपूर्ण होगी।