नई दिल्लीःदिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के नजदीक चार मंजिला इमारत में शुक्रवार हुई आग की घटना में 27 शव बरामद किए गए जिसमें से सिर्फ 2 की ही पहचान हो पाई है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा है कि अभी तक हमें 27 शव मिले जिसमें 25 की पहचान नहीं हुई है। उधर, बचाव कार्य में लगी NDRF की टीम को सर्च के दौरान दूसरी मंजिल पर बॉडी के छोटे-छोटे 7-8 पार्ट मिले हैं। इसके साथ ही दिल्ली सिविल डिफेंस सुनील कुमार ने दावा किया कि अभी तक 28 लोग गायब हैं, जिसमें 5 पुरुष और 23 महिलाएं हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में आग लग गई जिसमें 27 लोग जलकर मर गए। वहीं 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग बुझाने में दिल्ली दमकल की 30 गाड़ियां और 100 दमकल कर्मी लगाए गए थे। आग पर करीब 6 घंटे बाद काबू पाया गया। इमारतों में एनडीआरफ की टीमें सर्च अभियान चला रही हैं।
दिल्ली के बाहरी जिला के डीसीपी समीर शर्मा ने कहा, दिल्ली अभी NDRF की टीम जगह की सफाई कर रही है और देख रही है कि वहां कोई है तो नहीं। 27 शव मिले जिसमें 25 की पहचान नहीं हुई है। अभी आगे फॉरेंसिक DNA के साथ चेक करेगी। गायब हुए लोगों की जानकारी एकत्र की जा रही है।
NDRF के असिस्टेंट कमांडेंट विकास सैनी ने कहा कि हमारी टीम रात 11:30 बजे के आसपास घटनास्थल पर पहुंच गई थी। पहले यहां सर्च अभियान में काफी समस्या हो रही थी। आग पर काबू पा लिया गया था परन्तु दीवारों और छत से जो पानी टपक रहा था वो काफी गर्म था, अब सर्च करने में कोई समस्या नहीं आ रही। बकौल सैनी, सतह पर तो हमने तीनों फ्लोर पर सर्च कर लिया है, परन्तु पूरी तरह से दूसरी मंजिल पर एक साइड से सर्च की कार्रवाई जारी है। दूसरी मंजिल पर हमें बॉडी के छोटे-छोटे 7-8 पार्ट मिले हैं। लगभग 4-5 घंटे में सर्च का काम पूरा हो जाएगा।
मामले में दिल्ली सिविल डिफेंस सुनील कुमार ने कहा कि हमारी जानकारी के मुताबिक अभी तक 28 लोग गायब हैं, जिसमें 5 पुरुष और 23 महिलाएं हैं। हम गायब लोगों की पूरी जानकारी ले रहे हैं। हमने लोगों को हेल्पलाइन नंबर दिया है। कोई भी जानकारी आने पर उनको तत्काल सूचित किया जाएगा। बता दें कि घटना के बाबत दिल्ली पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। दिल्ली सिविल डिफेंस, एस.पी. तोमर ने कहा, हम लोगों ने हेल्प डेस्क की शुरूआत इसलिए की है ताकि जिन लोगों के परिजन गायब हैं या फिर घायल हैं, उनको सही जानकारी मिल सके और वे परेशान ना हो।