ओएनजीसी हेलीकॉप्टर हादसे में चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद क्रेश हुए हेलीकॉप्टर का मलबा मिला है। इसके अलावा अब तक चार शव मिले हैं जिनमें से दो शवों की पहचान कर ली गई है। बचाव अभियान में 5 जहाजों के साथ 2 हेलीकॉप्टर और 2 डोर्नियर प्लेन भी लगाए हैं।
शनिवार (13 जनवरी) को मुंबई से उड़ान भरने वाला ओएनजीसी का पवनहंस हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है। बचाव दल को चौथा शव मिला है। विमान में पायलटों समेत सात लोग सवार थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डॉफिन हेलीकॉप्टर, वीटी पीडब्ल्यूए ने सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही मुंबई एटीसी और ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) दोनों से इसका संपर्क टूट गया था।
बता दें कि इससे पहले खबर थी कि पवन हंस हेलीकॉप्टर मुंबई के जुहू हवाईअड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद लापता हो गया था। उस समय इसके मुंबई तटरेखा से लगभग 55 किलोमीटर दूर, संभवत: ओएनजीसी के बॉम्बे हाई ऑयलफील्ड्स के रास्ते में होने का अनुमान लगाया गया था, जो यहां से उत्तरपश्चिम में 175 किलोमीटर की दूरी पर है।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया था कि भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने तलाशी और बचाव अभियान के लिए क्षेत्र में अपने जहाज और विमान बचाव भेजे हैं। दुर्घटना का बाद पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से कहा कि नौसेना और तटरक्षक बल बचाव कार्य में लगे हुए हैं। प्रधान ने कहा, "नौसेना और तटरक्षक बल काम पर हैं। मैं संयोजन के लिए मुंबई जा रहा हूँ। मैं इस मामले पर रक्षा मंत्री से चर्चा करूँगा। वो भी मदद कर रही हैं। उन्होंने नौसेना और तट रक्षक बल को मामले को गंभीरता से पड़ताल करने के लिए कहा है। "