लाइव न्यूज़ :

Birthday Spl: पिता चाहते थे बेटा हो पहलवान पर मुलायम सिंह यादव बन गए 'नेता जी', अब शान से जी रहे हैं ज़िंदगी

By अमित कुमार | Updated: November 22, 2020 13:50 IST

यूपी के इटावा स्थित सैफई गांव में मुलायम सिंह यादव का जन्म हुआ था। मुलायम के पिता उन्हें एक पहलवान बनाना चाहते थे लेकिन मुलायम सिंह यादव ने राजनीति में कदम रखा।

Open in App
ठळक मुद्देमुलायम सिंह यादव को उनके पिता पहलवान बनाना चाहते थे।मुलायम सिंह यादव पहली बार 1967 में विधायक बने। मुलायम सिंह 1996 में मैनपुरी की लोकसभा सीट से सांसद बने और उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया।

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव आज अपना 81वां जन्मदिन मना रहे हैं। मुलायम सिंह तीन बार उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे हैं। इसके अलावा वह केंद्र में एक बार रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। धरती पुत्र कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव का जन्म 21 नवंबर 1939 को हुआ था। उन्होंवे इटावा जिले के सैफई गांव में जन्म लिया था और उनकी माता का नाम मूर्ति देवी पिता का नाम सुधर सिंह यादव था। मुलायम सिंह एक किसान परिवार से आते हैं।

अपने पांच भाई-बहनों में रतनसिंह से छोटे और अभयराम सिंह, शिवपाल सिंह, रामगोपाल सिंह और कमला देवी से बड़े मुलायम सिंह का जीवन सफर रोमांचक रहा है। बताया जाता है कि मुलायम सिंह यादव को उनके पिता पहलवान बनाना चाहते थे। इसीलिए वह अक्सर कुश्तियों में भाग लेते थे। इसी दौरान उनकी एक दिन मुलाकात नत्थूसिंह से हो गई थी। यह मुलाकात मैनपुरी में एक कुश्ती-प्रतियोगिता में हुई, जिसके नत्थूसिंह उनसे बेहद प्रभावित हुए और उनके परंपरागत विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से मुलायम ने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। 

पहली बार 1967 में विधायक बने थे मुलायम सिंह यादव

मुलायम सिंह यादव पहली बार 1967 में विधायक बने। इसके बाद 1975 में आपातकाल के दौरान जेल गये और 1977 में पहली बार मंत्री पद संभाला और साल 1980 में वे लोकदल पार्टी के अध्यक्ष बनाये गये।1989 में पहली बार मुख्यमंत्री बने। वहीं, 1992 में  उन्होंने समाजवादी पार्टी की स्थापना की। समाजवादी पार्टी की स्थापना करने के बाद 1993 में मुलायम सिंह दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 1996 में मैनपुरी की लोकसभा सीट से सांसद बने और उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया। 

गोली चलवाने का आदेश देकर विवादों में आ गए थे मुलायम सिंह यादव

मुलायम सिंह की हिन्दुत्ववादी संगठन और कई लोग आलोचना भी करते आए हैं क्योंकि जब 2 नवंबर, 1990 को अयोध्या में कारसेवकों ने विवादित ढांचा (बाबरी मस्जिद) को गिराने की कोशिश की थी, तब उन्होंने पुलिस को गोली चलाने का आदेश दिया था, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई थी। उस समय वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थी। अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने का आदेश मुलायम सिंह यादव को भारी पड़ गया था क्योंकि इस घटना के बाद 1991 में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की बुरी तरह हार हुई थी और पहली बार उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाई थी।

टॅग्स :मुलायम सिंह यादवसमाजवादी पार्टीउत्तर प्रदेशबर्थडे स्पेशल
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेVIDEO: सीएम योगी ने मोर को अपने हाथों से दाना खिलाया, देखें वीडियो

भारतयूपी में निजी संस्थाएं संभालेंगी 7,560 सरकारी गोआश्रय स्थल, पीपीपी मॉडल पर 7,560  गोआश्रय स्थल चलाने की योजना तैयार

भारतमुजफ्फरनगर की मस्जिदों से 55 से ज्यादा लाउडस्पीकर हटाए गए

क्राइम अलर्टEtah Accident: तेज रफ्तार ट्रक का कहर, दो मोटरसाइकिल को मारी टक्कर, तीन लोगों की मौत

भारतUP Road Accident: ट्रांसफार्मर से टकराने के बाद बस में लगी आग, 3 नेपाली यात्रियों की मौत; 24 गंभीर रूप से झुलसे

भारत अधिक खबरें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक