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खुलकर सामने आई CBI के शीर्ष अधिकारियों की लड़ाई, FIR झेल रहे राकेश अस्थाना ने निदेशक पर लगाए गंभीर आरोप!

By आदित्य द्विवेदी | Updated: October 22, 2018 09:08 IST

सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा पर विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने गंभीर आरोप लगाते हुए कैबिनेट सचिव को चिट्ठी लिखी है। सीबीआई ने अस्थाना ने खिलाफ रिश्वत का मामला दर्ज किया है।

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केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के शीर्ष अधिकारियों की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। पिछले हफ्ते सीबीआई ने अपने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर रिश्वत का मामला दर्ज किया था। इसके बाद राकेश अस्थाना ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा आरोपों की लिस्ट निकाली है जो उन पर लगे आरोपों से दोगुनी है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अस्थाना ने इन आरोपों लिस्ट को एक पत्र के साथ कैबिनेट सचिव और केंद्रीय सतर्कता आयोग को भेज दिया है।

कहां से हुई शुरुआत

ठीक एक महीने पहले, सीबीआई ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उसके विशेष निदेशक राकेश अस्थाना कम से कम आधा दर्जन मामलों में संदिग्ध पाए गए हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इससे भी पहले राकेश अस्थाना ने सीबीआई निदेशक के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार और अनियमितता के कम से कम एक दर्जन मामलों का जिक्र किया था।

सीबीआई की सफाई

सीबीआई ने अपने निदेशक आलोक वर्मा का विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के आरोपों से बचाव करते हुए कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप ‘मिथ्या और दुर्भावनापूर्ण’ हैं। सीबीआई के प्रवक्ता ने रविवार रात जारी एक बयान में कहा कि सतीश साना के खिलाफ एलओसी जारी होने की जानकारी सीबीआई के निदेशक को नहीं थी, जैसे आरोप सही नहीं हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘डीसीबीआई ने 21 मई 2018 को एलओसी जारी करने के प्रस्ताव को देखा और उसे ठीक भी किया था।’’ उन्होंने कहा कि आरोप कि सीबीआई के निदेशक ने साना की गिरफ्तारी को रोकने का प्रयास किया था, पूरी तरह से झूठ और दुर्भावनापूर्ण है।

कांग्रेस ने नियुक्ति पर उठाए सवाल

कांग्रेस ने रविवार को कहा कि केन्द्र को पूरी बात का खुलासा करना चाहिए और उसे सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ कथित रिश्वत मामले की जांच में दखल नहीं देना चाहिए। इस मामले पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा,‘‘लेकिन मुझे उम्मीद है कि एक या दो दिन में हमें स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। मुझे एक बात कहनी है कि अगर टुकड़ों में ही सही जो बात मैंने और आपने सुनी है वह सही है तो यह बेहद गंभीर से भी गंभीर है और याद रहे यह वही नियुक्ति है जो नियुक्ति के वक्त भी आपत्तियों के घेरे में थी, शुरूआत से ही।’’ 

राकेश अस्थाना पर एफआईआर की वजह

सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर 3 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी की एफआईआर दर्ज होने के बाद यह पूरा विवाद खुलकर सामने आया। दरअसल, हैदराबाद के व्यवसायी सतीश बाबू सना ने दावा किया था कि उन्होंने सीबीआई के विशेष निदेशक को पिछले साल तीन करोड़ रुपये दिए थे। अस्थाना पर आरोप है कि वह जि मांस कारोबारी मोइन कुरैशी के खिलाफ मामले की जांच कर रहे थे उससे उन्होंने रिश्वत ली। 

टॅग्स :सीबीआई
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