इंदौर (मध्य प्रदेश), 11 जुलाई इंदौर में कुछ ऑटो रिक्शा चालक और रेहड़ी-पटरी दुकानदार रविवार को सुखद आश्चर्य से भर गए, जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अचानक अपना काफिला रुकवाया और उनसे मिलकर उनके हाल-चाल जाने।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर के दौरे में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी कार्यालय के पास अपना काफिला रुकवाया और वहां रेहड़ी-पटरी दुकानदारों तथा सब्जी विक्रेताओं से उनका कुशल-क्षेम पूछा।
उन्होंने बताया कि इस दौरान चौहान, प्रकाश कुशवाह नामक व्यक्ति के ठेले पर पहुंचे और मौके पर मौजूद जिलाधिकारी मनीष सिंह को निर्देश दिए कि इस छोटे दुकानदार को राज्य सरकार की स्ट्रीट वेंडर योजना का लाभ दिलाया जाए।
मुख्यमंत्री पास ही सब्जी बेच रहीं सुंदर बाई, गीता बाई और आशा जाट से भी मिले।
अधिकारियों ने बताया कि चौहान ने गंगवाल बस स्टैंड के पास भी अपना काफिला रुकवाया और वहां खड़े ऑटो रिक्शा चालकों के बीच पहुंचकर उनका हाल-चाल जाना।
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से बचाव के लिए तिपहिया चालकों को दो गज की दूरी तथा मास्क लगाने की हिदायत दी और उन्हें महामारी रोधी टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया।
चौहान ने ऑटो रिक्शा चालकों से पूछा कि उन्हें सरकारी दुकान से राशन प्राप्त होता है या नहीं? इस पर कुछ चालकों ने "हां" में जवाब दिया।
अधिकारियों ने बताया कि चौहान ने अंबिकापुरी क्षेत्र की एक सरकारी राशन दुकान का अचानक निरीक्षण किया और दुकानदार से राशन वितरण की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह गौड़ की 63वीं जयंती पर उनकी स्मृति में पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय (पीटीसी) के मैदान पर बरगद का पौधा भी लगाया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।