अहमदाबाद: गुजरात में विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना में 300 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि खर्च नहीं हुई और वर्तमान विधानसभा का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो जाने पर यह धनराशि ऐसे ही रह जाएगी। चुनाव अधिकारों पर शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई। रिपोर्ट के अनुसार विधायकों द्वारा संस्तुत 1004 करोड़ रुपए के विकास कार्यों में केवल 677.5 करोड़ रुपए की परियोजनाएं ही 22मार्च तक पूरी हो पाईं।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफर्म्स (एडीआर) और एनजीओ महिती अधिकारी गुजरात पहल (एमएजीपी) ने निवर्तमान विधानसभा के विधायकों के कामकाज पर यह रिपोर्ट संयुक्त रूप से तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है, "विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास निधि योजना के तहत हर विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में 1.5 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सिफारिश/सुझाव दे सकता है। जिला योजना बोर्ड विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास निधि का लेखा-जोखा रखता है। गुजरात में यह योजना 1365 करोड़ रुपए की है।"
उसमें कहा गया है कि विधायकों द्वारा 2017-22 के दौरान 1004.15 करोड़ रुपए के विकास कार्य संस्तुत किये गये जिनमें से 894.64 करोड़ रुपए जारी किये और उसमें से 677.5 करोड़ रुपए मार्च, 2022 तक खर्च किये गये जो करीब 67.47 फीसद है। रिपोर्ट में कहा गया है, "कुल मंजूर की गयी 53,029 परियोजनाओं में से बस 76 फीसद कार्य ही पूरे किये गये। कुल 53,029 मंजूर कार्यों में से केवल 40,428 ही मार्च, 2022 तक पूरे किए गए।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास निधि का आवंटित बजट पांच सालों के लिए था। खर्च नहीं हुई 300 करोड़ रुपए की रकम की अवधि विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने जाने के बाद खत्म हो जाएगी। यानी यह रकम प्रभावी ढंग से उपयोग में लायी जा सकती थी। उसने कहा कि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर में पूरा हो जाएगा ऐसे में इस बात की संभावना बिल्कुल नहीं है कि इतने कम समय में यह बची राशि इस्तेमाल की जा सकती है।